सर्दीयों के मौसम में तिल की बनी हुई चीजें खाना ज्यादातर सभी को पसंद होता है। स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिहाज से भी तिल बहुत ही गुणकारी होते है। तो चलिए आज हम जानते हैं सर्दियों के मौसम में तिल खाने के क्या है फायदे,
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही हमारे घरों में गुड़ और तिल के स्वादिष्ट व्यंजन बनने लगते हैं। तिल के लड्डू हो, तिल की पट्टी या फिर गुजराती फेमस व्यंजन ” कचरियु” सर्दीयों के मौसम में तिल खाने में स्वाद के साथ हमारी हॅल्थ भी बदल जाती है । वैसे तो तिल बहुत ही छोटे-छोटे होते हैं लेकिन ये खाने में बेहतर से बेहतर होते है। साथ ही ये हमारी सेहत के लिहाज से भी बहुत ही फायदेमंद होता है। फिर चाहे वह काला तिल हो या फिर सफेद तिल, दोनों ही तरह के तिल हमारी हेल्थ पर एक समान ही के फायदेमंद हैं। तिल में सेसमीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो हमारे शरीर में पर रहे कई रोगों से लड कर हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। तो चलिए हम आपको तिल खाने से होने वाले फायदों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं।
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सर्दियों का मौसम शुरू होते ही हम में से अक्सर लोगों को जोड़ों और हड्डियों में दर्द होने लगता है। ऐसे में नित्य ही तिल का सेवन आपको बहुत ही राहत दे सकता है। तिल में कैल्शियम, जिंक और फास्फोरस जैसे की सारे खनिज मौजूद होते हैं, ऐसे में तिल का रेग्युलरल इस्तेमाल करना हमारी हड्डियों के लिए बड़ा ही फायदेमंद होता है । तिल में मौजूद ये मिनरल्स हड्डियों को मजबूत करने और उनकी सही मरम्मत करने में भी मुख्य भूमिका निभाते हैं।
इस छोटे से नजर आने वाले तिल में प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और कॉपर के भरपूर स्त्रोत पाए जाते हैं। ऐसे में तिल का सेवन हमारे दिमाग की ताकत को भी बढ़ा देता है। साथ ही तिल का नियमित सेवन करने से हमारी याददाश्त तो बहुत ही अच्छी रहती है और हमारे दिमाग पर भी बढ़ती उम्र का असर कम होता है।
स्वास्थ्यवर्धक तिल तनाव के साथ ही हमारे डिप्रेशन को कम करने में भी मदद करता है, इस का सेवन करने से मिलने वाले तत्वों ले हमें बहुत ही सुकून भरी नींद आती है और हमारा शरीर भी एक्टिव रहता है।
तिलों के दोनों प्रकार में से काला तिल हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रखने में भी मदद करता है। तिल में सेसमिन और सेसमोलिन नाम के दो तत्व मौजूद होते हैं। इसके असर से हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रहता है।
तिल में मौजूद तेल हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में भी बहुत ही मदद करता है। इसके रेग्युलरली इस्तेमाल से कार्डियोवस्कुलर सिस्टम पर तनाव कम हो जाता है। इसके अलावा भी तिल में मिलने वाले मैग्नीशियम से हाइपरटेंशन को कम करने में भी हमें बहुत ही सहायता मिलती है।
वैसे तो इस बात में इन्कार की कोई गुंजाइश ही नहीं है कि तिल ढेरों गुणों से भरा हुआ है लेकिन याद रखे कि इसका सेवन तो हमें एक सीमा में रहकर ही करना चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में तिल खाने से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। हमारे स्किन पर चकत्ते भी हो सकते हैं। इसके अलावा हमें पेट से संबंधित प्रोब्लेम्स जैसे दस्त या एसिडिटी होने का खतरा भी रहता है।