Yogi Government: Uttar Pradesh में निराश्रित संवासियों की सुविधा में इजाफा करते हुए Chief Minister Yogi Adityanath ने प्रदेश में नए बाल गृहों को बनाने का निर्णय लिया है। महिला तथा बाल विकास विभाग की तरफ से प्रदेश में नए महिला शरणालय तथा बाल ग्रहों के स्थापना का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
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Uttar Pradesh में निराश्रित संवासियों तथा महिलाओं को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से ही इन प्रस्ताव के पारित होने से संवासियों की सुविधाओं में काफी ज्यादा इजाफा होगा। महिला और बाल विभाग की तरफ से नेपाल गिरी हो तथा प्रणालियों को बनाने के लिए यूपी शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। जिस पर शासन ने ही मुहर लगाकर कार्य को हरी झंडी दिखा दी हैं।
Varanasi में दो नए बाल गृहों के साथ Theme Park का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 2 वर्षों के अंदर 50 की क्षमता वाला राजकीय बालगृह बालिका तथा 50 की क्षमता वाला राजकीय बालगृह शिशु को तैयार कर उसका लोकार्पण किया जाएगा। इसके साथ ही साथ वाराणसी में 6 महीने के अंदर 4.96 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले 100 की क्षमता वाली एक थीम पार्क का भी लोकार्पण किया जाएगा। इस थीम पार्क से बच्चों तथा वृद्धों को एक ही परिसर में स्थित होने से पारिवारिक वातावरण भी उपलब्ध होगा।
बाल गृह एवं महिला सदस्यों का संचालन भी किया जाएगा।
प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा तिरस्कृत, बेसहारा, आश्रय इन बच्चों तथा महिलाओं के लिए बाल गृह एवं महिला शणालयों का संचालन किया जाता है। उत्तर प्रदेश में कई राजकीय बालक बालगृह, दत्तक गृह इकाई, राजकीय बालिका बालगृह, शिशु गृह तथा महिला शरणालय है। जिसमें निराश्रित महिलाओं तथा बच्चों को आशा दिया जाता है। वहीं पर दूसरी तरफ बच्चों की सुरक्षा घर वापसी भी करा रही है।
ऐसे में उत्तर प्रदेश में आने वाले 2 सालों में सुविधाओं को बढ़ाते हुए अलग-अलग जिलों में भवनों के निर्माण तथा लोकार्पण का काम किया जाएगा। जिसके अंतर्गत आगरा में 50 की क्षमता वाले राजकीय बालगृह शिशु, रायबरेली में 100 की क्षमता वाले राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर, मिर्जापुर, कानपुर, चित्रकूट में 100 की क्षमता वाले 1-1 राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही साथ 2 सालों के अंदर गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, अमेठी तथा अयोध्या में एकीकृत आश्रय सदनों का शिलान्यास किया जाएगा।
Yogi Government Uttar Pradesh के तिरस्कृत बच्चों के अधिकारों तथा उनकी सुविधाओं के लिए सजग है। इसी दिशा में बाल अधिकारों, सेहत तथा शिक्षा पर लगातार काम करने वाली योगी गवर्नमेंट तिरस्कृत संवासियों की सुविधाओं में भी इजाफा करने के लिए नवीन बाल गृहों के निर्माण के साथ ही साथ उसमें डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में भी तेजी से काम कर रही है। मिशन शक्ति के अंतर्गत जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं तथा बच्चों की आवाज को बुलंद कर रहे हैं। तो वहीं पर दूसरी तरफ महिलाओं तथा बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए भी सुविधाओं में इजाफा करते हुए उत्तर प्रदेश में नई योजनाओं का विस्तार कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि महिला और बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विजेंद्र सिंह निरंजन ने यह कहा है कि उत्तर प्रदेश में निराश्रित, तिरस्कृत बच्चों को बेहतर सुविधाओं से दिलाने की जिम्मेदारी हम लोगों की ही है। उत्तर प्रदेश के बाल गृहों में क्षमता से ज्यादा संवासियों के आश्रय की समस्या होती थी। लेकिन अब नवीन बाल गृहों के निर्माण से क्षमता से जुड़ी समस्या का निवारण भी किया जाएगा।