कहते हैं कि शिक्षा की ही वह जरिया होता है जो स्टूडेंट को उसकी मंजिल तक पहुंचाता है। लगभग हर किसी का कोई न कोई एक पसंदीदा शिक्षक होता है। आप को प्रोत्साहित करता है। आपके अंदर के टैलेंट को निखारता है। अर्जुन के पास जिस तरह द्रोणाचार्य थे, स्वामी विवेकानंद के पास जैसे रामकृष्ण थे, शायद उसी तरह आप भी एक शिक्षक हैं। जो युवाओं को सिखाने तथा आगे बढ़ने में मदद करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहे हैं। ये मानते हुए कि शिक्षक भविष्य की पीढ़ियों को ढ़ालते हैं। प्रत्येक वर्ष एक दिन धन्यवाद करने के लिए हम निकल सकते हैं। इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता कि आज आप दुनिया में कहां है यह हमेशा याद रखिए शिक्षक हमारे लिए बेहद मायने है।
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शिक्षक दिवस भारत में जहां पांच सितंबर को मनाया जाता है। तो वही पांच अक्टूबर को पूरी दुनिया में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में भारत में शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी। जिसका मकसद शिक्षकों की इंपोर्टेंस को बताना था। ठीक ऐसे ही पूरी दुनिया में शिक्षकों के इंपॉर्टेंट को समझाने के उद्देश्य से पांच अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। फिलहाल हर इंसान के जीवन में शिक्षक का महत्व माता-पिता से भी कहीं ऊपर होता है। क्योंकि वो एक व्यक्ति के क्षमता, चरित्र और भविष्य को सवारने का काम करता है।
यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की एक बैठक 1966 में हुई जिसमें से शिक्षक के अधिकारों, रोजगार, जिम्मेदारियों आगे की शिक्षा के साथ गाइडलाइंस बनाने की बात कही गई थी। संयुक्त राष्ट्र ने सन् 1994 में विश्व शिक्षक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने के लिए 100 देशों के समर्थन से यूनेस्को की सिफारिश को पारित कर दिया गया। इसके बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर 1994 को मनाया जाने लगा। वैसे तो विभिन्न देशों में अलग तारीखों को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
5 सितंबर को भारत में डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जिसका एकमात्र कारण है भारत में शिक्षकों के महत्व को बढ़ावा देना। जबकि वर्ल्ड टीचर्स डे का मतलब दुनिया में शिक्षा का महत्व, शिक्षा के महत्व को बताने में शिक्षक की भूमिका व उनकी जिम्मेदारियों को समझने के लिए मनाया जाता है।
साल 2021 की विश्व शिक्षक दिवस की थीम “शिक्षक: बढ़ते संकट के बीच नई कल्पना”। वर्ल्ड टीचर्स डे यूनिसेफ, श्रम संगठन व अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के साथ साझीदारी में मनाया जाता है।