Aparna Yadav : अभी हाल ही में भाजपा यानी कि भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने अपने जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ मैनपुरी की करहल सीट से मैदान में उतर सकती हैं। सोमवार को अखिलेश यादव नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। हालांकि बीजेपी ने इस सीट के लिए अभी तक अपने उम्मीदवार घोषित नहीं की है। कांग्रेस ने भी ज्ञानवती यादव एवं बीएसपी की कुलदीप नारायण को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है।
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मैनपुरी की चारों सीटों पर तीसरे चरण में 20 फरवरी को मुलायम सिंह परिवार के गढ़ में यह चुनाव होगा। समाजवादी पार्टी ने चारों सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। वहीं पर भारतीय जनता पार्टी ने अब तक 3 सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे हैं। करहल से बीजेपी ने अखिलेश यादव को चुनौती दे सकने वाले प्रत्याशी की तलाश में जुटी ऐसे में मैनपुरी तथा आसपास के इलाकों में इस बात की भी चर्चाएं चल रही है कि भाजपा अपर्णा को अखिलेश यादव के खिलाफ टिकट दे सकती है। शनिवार को इसी बीच एक निजी न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में अपर्णा यादव ने इस बात के संकेत भी दिए हैं कि वह करहल सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
भाजपा नेता ने Aparna Yadav से यह कहा कि यदि पार्टी कहेगी तो मैं करहल सीट से भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं लखनऊ कैंट में लोगों की सेवा कर रही हूं। अगर पार्टी कहेगी तो अखिलेश भैया के खिलाफ चुनाव भी लडूंगी। पार्टी ही तय करेगी कि मुझे क्या करना है। अगर अखिलेश यादव के खिलाफ अपर्णा यादव करहल सीट से चुनाव लड़ती है तो यहां पर मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होगा।
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इस दौरान Aparna Yadav ने भी कहा कि समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में आने से मेरे ससुर मुलायम सिंह यादव नाराज नहीं है तथा मुझे उन्होंने आशीर्वाद भी दिया। अगर हम देखे कि इस चुनावी मौसम में सपा झटका देते हुए यादव परिवार की बहू अपर्णा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। 2017 में अपर्णा ने विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ कैंट से लड़ा। उस चुनाव में उन्हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था।