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up election 2022: मन में क्या सोच कर सीमा कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन की

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सीमा कुशवाहा ने कहा यदि उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनेगी तो बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी :-

निर्भया केस से सीमा कुशवाहा की बनी पहचान

up election 2022: सीमा कहती हैं कि राजनीति में आने के बाद भी वे रेप पीड़िताओं के केस लड़ती रहेंगी। बीएसपी ज्वाइन करने के बाद सीमा कहती है कि मैंने यह पार्टी इसलिए ज्वाइन की है कि यूपी की बेटी मायावती संघर्ष करके चार बार यूपी की मुख्यमंत्री बन चुकी है। सपा के कार्यकाल में मायावती ने यह दिखा दिया कि भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान का पालन कैसे करना चाहिए । सीमा बताती हैं कि दिल्ली में निर्भया कांड के दोषियों को कैसे फांसी दिलवाई। मायावती की सरकार में यूपी की बेटियां सुरक्षित महसूस करती हैं। अब पांचवी बार मायावती यूपी की मुख्यमंत्री बनती है तो प्रदेश में बेटी की सुरक्षा सुनिश्चित है। विधानसभा चुनाव की तारीख यूपी में आ चुकी है। भाजपा और समाजवादी पार्टी के सामने मायावती की बसपा की धमक चुनौतीपूर्ण दिख रही है। मायावती पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ताधारी पार्टी के रूप में चुनी गई थी । बसपा और सपा प्रदेश में विपक्ष की भूमिका में है। भाजपा और सपा के मुकाबले भाजपा की सक्रियता कम दिखाई दे रही है।

बसपा पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सीमा कुशवाहा को दिलाई पार्टी की सदस्यता :-

सीमा कुशवाहा ने राजनीतिक गलियारों में रखा कदम

निर्भया गैंग रेप कांड में सीमा कुशवाहा के करियर का पहला अदालती केस था। इसी केस की कामयाबी के बाद सीमा कुशवाहा चर्चा में आ गई थी। सीमा कुशवाहा ने दिल्ली के आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाई थी और सीमा कुशवाहा ने राजनीतिक गलियारों में कदम रख लिया है। सीमा कुशवाहा बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गयी हैं। यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सीमा कुशवाहा को पार्टी की सदस्यता दिलवाई । सीमा कुशवाहा इटावा के लखना गांव की है, जिन्होंने कानून की पढ़ाई के साथ-साथ कानपुर से वकालत की प्रैक्टिस शुरू की। जहां कानपुर में हालात अच्छे ना होने के कारण सीमा दिल्ली चली गई और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी में वकालत की पढ़ाई पूरी की। निर्भया गैंग रेप कांड सीमा के कैरियर का पहला केस था । इस केस में सीमा के जीवन में कई बदलाव किए। इसके से ही सीमा कामयाब हुई और हर जगह चर्चा में आ गई । इस केस ने सीमा को झकझोर कर रख दिया और उन्होंने निर्भया जैसी लड़कियों की न्याय दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहने की कसम खाई।

राजनीति में आने के बाद भी बेटियों पर अत्याचार के खिलाफ लड़ती रहेंगी केस :-

उत्तर प्रदेश में बसपा की धमक दिख रही है चुनौतीपूर्ण

सीमा कुशवाहा एक सफल वकील तो है ही लेकिन वह अब राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं लेकिन इतनी बात तो साफ़ है कि वह जहां भी किसी पद पर होंगी वहां की बेटियों पर अन्याय, अत्याचार नहीं होने देंगी। वह अपनी बात मुखरता से रखती हैं। सीमा कुशवाहा ने निर्भया केस के दोषियों को फांसी दिलवाई और जब हाथरस में गुड़िया का गैंगरेप किया गया और ऊपर से प्रशासन ने गुड़िया को बार-बार मारा तो वह हाथरस जाकर गुड़िया के परिवार से मिली और उन्हें न्याय दिलवाने के लिए आज भी तत्पर हैं। सीमा कुशवाहा एक हैं और बेटियों पर अत्याचार बहुत होते हैं इसलिए वह सारे केस तो नहीं लड़ सकती, वह हर संभव कोशिश करती हैं कि बेटियों को न्याय मिल जाए। इसलिए यह कहा जा सकता है कि जहां सीमा कुशवाहा होंगी वहां बेटियों पर अत्याचार की गुंजाइश कम होगी।

………………………………समाप्त ………………………………..

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