उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली है । लंबे समय से चले आ रहे विवाद में न्यायालय द्वारा फैसला कांग्रेस के पक्ष में आया है । इससे गोरखपुर में कांग्रेस पार्टी को नया जीवन मिला है । बता दें कि टाउन हॉल स्थित भगोलिया मार्केट में करीब 1 एकड़ जमीन का विवाद लंबे समय से न्यायालय में लंबित था । 30 मई को न्यायालय द्वारा इसका फैसला कांग्रेस के पक्ष में आने से गोरखपुर की कांग्रेस इकाई में खुशी की लहर दौड़ गयी है । अब गोरखपुर में कांग्रेस का कार्यालय खुल सकेगा । बता दें कि इस मामले की पैरवी कांग्रेस महासचिव और गोरखपुर प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा से लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तक कर चुके हैं ।
इस पोस्ट में
UP Congress News 30 मई को आये इस फैसले से शहर के कांग्रेसी फूले नहीं समा रहे हैं । वह इसे न्याय की जीत बता रहे हैं । बता दें कि अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश ओम प्रकाश मिश्र ने 9 अप्रैल 2003 की डिक्री को खारिज कर दिया है । इस डिक्री में कांग्रेस के भलोटिया मार्किट स्थित 1 एकड़ जमीन पर दावे को खारिज किया गया था । वहीं दूसरे पक्ष में शामिल और फैसले से निराश श्री प्रकाश भलोटिया ने फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की बात कही है ।
UP Congress News लंबे समय से चले आ रहे भगोलिया मार्केट विवाद का फैसला जहां कांग्रेस के पक्ष में आने से कांग्रेसी गदगद हैं वहीं आम लोगों को करीब 50 साल पहले से चले आ रहे विवाद की जानकारी बेहद कम है । बता दें कि गोरखपुर के टाउन हॉल स्थित भलोटिया मार्किट की एक एकड़ जमीन का विवाद 1977 से चला आ रहा है । जहां कांग्रेस दावा करती है कि 1946 में भलोटिया मार्किट के स्वामी दुर्गादत्त भलोटिया( अब स्वर्गीय) ने 1946 में कांग्रेस को यह जमीन उपहार स्वरूप कार्यालय खोलने के लिए दी थी वहीं दूसरे पक्ष के रूप में शामिल भलोटिया परिवार इसे गैरकानूनी बताकर इसका विरोध करता आ रहा था । उनका दावा था कि संयुक्त परिवार की संपत्ति होने के चलते सम्पत्ति को परिवार का कोई एक व्यक्ति किसी को दान नहीं कर सकता है ।
भलोटिया मार्किट जो कि शहर में थोक दवा मार्किट के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है वहां स्थित करीब 1 एकड़ की यह भूमि करोड़ों रुपए की बताई जा रही है । बता दें कि भलोटिया मार्किट की जमीन के दाम आसमान छू रहे हैं । ऐसे में कांग्रेस की तरफ आया न्यायालय का फैसला कांग्रेस को राज्य में संजीवनी देने जैसा है ।
भलोटिया मार्किट का फैसला कांग्रेस की तरफ आने से अब गोरखपुर में पहली बार कांग्रेस कार्यालय खुलने का रास्ता साफ हो गया है । लंबे समय से एक अदद कार्यालय खुलने की आस में बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच खुशी की लहर है । बता दें कि गोरखपुर में आज तक एक भी कांग्रेस कार्यालय नहीं खुल सका है । ऐसे में अब भलोटिया मार्केट का फैसला कांग्रेस पार्टी की तरफ आने से कयास लगाए जा रहे हैं कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लंबे इतिहास में पहली बार गोरखपुर में उसका अपना कार्यालय होगा। इस जीत से शहर के तमाम कांग्रेसी गदगद हुए हैं ।
UP Congress News कांग्रेस के पक्ष में निर्णय आने से छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया, कांग्रेस के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य महेंद्र मोहन, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और मीडिया प्रभारी अनिल सोनकर, आशुतोष तिवारी, तलत अजीज, सुमित पाण्डेय ,अभिजीत पाठक आदि ने मिलकर इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाया है ।
Dinesh Karthik टिप्पणी पर बाबर आजम ने दी प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा
सोनू के दोस्त बता रहे हैं कैसे सोनू गिट्टी से मिट्टी में लिखकर पढ़ाई करता था
कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण इस मामले की पैरवी कई बड़ी हस्तियाँ कर चुकी हैं । कांग्रेस की महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस केस की पैरवी के लिए बार कॉउन्सिल के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मधुसूदन त्रिपाठी को दी थी । इसी से इस मामले की गम्भीरता को समझा जा सकता है । बता दें कि 7 अगस्त 1977 को उपहार में मिली इस जमीन पर कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस कार्यालय का निर्माण शुरू किया था लेकिन विरोध होने पर निर्माण बन्द करवा दिया गया था । कोर्ट के अधीन इस विवाद के आने के बाद दोनों पक्ष फैसले के इंतजार में थे । जहाँ इस केस की पैरवी पूर्व मुख्यमंत्री और रेल मंत्री रहे कमलापति त्रिपाठी कर चुके हैं वहीं महराजगंज से सांसद शिब्बन लाल सक्सेना भी इस मामले की पैरवी कर चुके हैं ।