UP Chunav 2022: यूपी के पीलीभीत में निर्वाचन आयोग की मुसीबत लगातार बढ़ती ही जा रही है। निर्वाचन आयोग ने मुसीबत से निजात पाने के लिए लंगूरी बंदर का सहारा लिया है। असल में पीलीभीत में 23 फरवरी को मतदान होने वाले हैं। मतदान से पहले ही पीलीभीत के मंडी में मतदान के दिन बूथ पर उपयोग होने वाली EVM मशीन तथा अन्य उपकरणों को रखा गया है।
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EVM मशीन तथा अन्य उपकरणों की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। लेकिन इन्हीं बदरों ने तोड़ दिया। हालांकि बंदरों से निजात पाने के लिए पुलिस तथा वन कर्मियों का सहारा लिया गया। जगह जगह पर पिंजड़े भी रखे गए लेकिन बंदरों ने पिजड़ों को भी तोड़ दिया। हालांकि अब बंदरों से निजात पाने के लिए लंगूरी बंदर को लगाया गया है।
UP Chunav 2022 दरअसल EVM की सुरक्षा के लिए लंगूरी बंदर का सहारा लेने के बारे में जानकारी देते हुए पीलीभीत के चुनाव आयोग के अधिकारी पुलकित खरे ने यह कहा कि मंडी से लंगूरी बंदर को लाया गया है। ताकि वहां पर रखे सारे उपकरणों को बचाया जा सके। यह उल्लेखनीय है कि पीलीभीत में 23 फरवरी को वोटिंग होनी है। हाला की वोटिंग से पहले ही राजनेताओं का जमावड़ा पीलीभीत में लग चुका है।
वहीं पर इसी के बारे में क्षेत्रीय वन अधिकारी शेर सिंह ने यह कहा कि यहां पर स्ट्रांग रूम बना है तथा उसी के निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जो बंदर तोड़ गए थे। लेकिन इनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग की टीम तैनात की गई तथा लंगूरी बंदर भी तैनात किया गया है।
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आपको बता दें कि मंडल की 25 में से 23 सीटें पीलीभीत जिले में पिछले विधानसभा चुनाव वर्ष 2017 में भाजपा में चारों सीटें जीती थी। इसी प्रकार बरेली मंडल की 25 में से 23 सीटों पर भाजपा ही काफी है तथा शाहजहांपुर की जलालाबाद और बदायूं की सहजनवा सीटें समाजवादी पार्टी के पास हैं। लेकिन इस बार भाजपा मंडल की 23 सीटों पर फिर से करनी पढ़ रही है। उसी समाजवादी पार्टी की तरफ से कड़ी चुनौती है।