stephstephen howking Birthday: दुनिया के महान वैज्ञानिकों में शामिल स्टीफन हॉकिंग का 76 वर्ष की आयु में 14 मार्च, 2018 को निधन हो गया था। दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिक रहे स्टीफन हॉकिंग (Stephen Hawking) की आज 8 जनवरी को 80वीं जयंती है। Google द्वारा स्टीफन हॉकिंग का 80वां जन्मदिन एक विशेष एनिमेटेड डूडल के साथ मनाया जा रहा है। इसमें भौतिक विज्ञानी(cosmologist) की अपनी कंप्यूटर जनित आवाज में ढाई मिनट का एक भी वीडियो भी शामिल है जो ब्रह्मांड में उनके योगदान को दर्शाता है और साथ ही उनकी प्रभावित स्वास्थ्य स्थिति – न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के साथ जीवन की लड़ाई को दर्शाता है। ब्लैक होल और बिग बैंग के अपने प्रसिद्ध विचारों के साथ, स्टीफन हॉकिंग हमारे युग के सबसे अधिक पहचाने जाने वाले वैज्ञानिक हैं और एक प्रतिष्ठित स्थिति रखते हैं। आधुनिक भौतिकी में उनके योगदान के अलावा, उनकी सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों ने दुनिया भर में लाखों पाठकों के लिए इस क्षेत्र को व्यापक रूप से सुलभ बना दिया।
इस पोस्ट में
गूगल (Google) ने उनकी जयंती पर डूडल (Doodle) बनाकर याद किया है और उनकी याद में वीडियो बनाया है। इस वीडियो में भौतिक विज्ञानी की अपनी कंप्यूटर-जेनेरेटेड आवाज में एक नरेशन शामिल है जो उनके काम को रेखांकित करता है और भविष्य के लिए आशा का संदेश चित्रित करता है। मैथ्यू क्रूकशैंक (Matthew Cruickshank) द्वारा बनाए गए इस डूडल में हॉकिंग की आवाज को हॉकिंग एस्टेट के अप्रूवल के साथ जेनेरेट और इस्तेमाल किया गया है। इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में जन्मे स्टीफन हॉकिंग बचपन से ही ब्रह्मांड के बारे में जानना चाहता थे।
stephen howking Birthday जब 21 साल के तभी वो न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के शिकार हो गए थे और इस बीमारी की वजह से व्हीलचेयर पर आ गए। इस बीमारी के वजह से उनकी आवाज चली गई, लेकिन स्पीच-जनरेटिंग डिवाइस के जरिए वह बात करने लगे। उन्होंने कई सिद्धांतों के बारे में दुनिया को बताया और समझाया। उन्होंने ब्रह्माण्ड के बारे में बहुत सारे रिसर्च किए हैं जिसके माध्यम से कई रहस्यों से पर्दा उठाया है। इनमें बिंग बैंग और ब्लैक होल समेत कई थ्योरी शामिल हैं।
Google ने अंग्रेजी ब्रह्मांड विज्ञानी( cosmologist) के सम्मान में एक नया डूडल बनाया है और एक समर्पित पोस्ट के माध्यम से उनकी करियर और विज्ञान की यात्रा की एक झलक साझा की है । Doddle पर क्लिक करने से यूजर्स को यह पोस्ट नजर आ जाएंग। स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म 1942 में इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। Doddle के वीडियो में आगे दिखाया गया है कि कैसे 21 साल की उम्र में एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद उन्होने ब्रह्मांड के सबसे बड़े रहस्यों की जांच की थी।
1965 में, हॉकिंग ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अपनी डॉक्टरेट थीसिस का बचाव किया था, “प्रॉपर्टीज ऑफ एक्सपेंडिंग यूनिवर्स”, जिसने क्रांतिकारी सिद्धांत प्रस्तुत किया कि अंतरिक्ष और समय की उत्पत्ति एक विलक्षणता के कारण हुई है, जो एक बिंदु है जो असीम रूप से छोटा और घना है, जिसे आज ब्लैक होल के रूप में जाना जाता है। हॉकिंग ने अपने करियर की शुरुआत कैम्ब्रिज के गोनविल और कैयस कॉलेज में रिसर्च फेलो के रूप में की थी।
stephen howking Birthday ने अपने रिसर्च के बल पर कहा था कि दुनिया को भगवान ने नहीं रची है। उनका कहना था कि दुनिया सिर्फ और और सिर्फ भौतिक विज्ञान के नियमों का ही परिणाम है। उन्होने भौतिकविदों और ब्रह्माण्डविदों का नजरिया भी बदल दिया। साथ ही उन्होंने आम लोगों के भी ब्लैक होल और अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि को बढ़ावा दिया। स्टीफन हॉकिंग दुनिया वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणा हैं।
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stephen howking Birthday ने 1974 में खोज की थी कि कण ब्लैक होल से बच सकते हैं। हॉकिंग विकिरण नामक इस सिद्धांत को भौतिकी में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान भी माना जाता है। साल 1979 में, ब्लैक होल पर हॉकिंग के काम ने कैम्ब्रिज को उन्हें गणित के लुकासियन प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करने के लिए प्रेरित किया, जो कि 1669 में आइजैक न्यूटन द्वारा आयोजित एक पद था। 2017 में हॉकिंग की डॉक्टरेट थीसिस कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जनता के लिए जारी की गई थी, जो क्रैश होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
सामान्य संजोगो में एसा होता है की न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी की चपेट में आने से इंसान के तंत्रिका तंत्र के काम न करने की वजह से शरीर की सभी मूवमेंट बंद हो जाती है। जब स्टीफन हॉकिंग बीमारी की इलाज के लिए अस्पताल गए, तो डॉक्टरों ने कहा कि वह कमसे कम 2 साल तक ही जिंदा रह सकते हैं। लेकिन उन्होंने डॉक्टरों की भविष्यवाणी को भी गलत साबित किया और वे 76 साल तक जिंदा रहे।