Sharad Pawar: संसद भवन परिसर में हुई एक संक्षिप्त मुलाकात में NCP(Nationalist congress party) प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।करीब 20 मिनट तक चली इस मुलाकात को शरद पवार भले ही शिष्टाचार मुलाकात और लक्षद्वीप को लेकर चर्चा करने की बात कह रहे हों किंतु राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेज हो गयी है कि दोनों दिग्गज नेताओं के मध्य बातचीत का प्रमुख विषय महाराष्ट्र राजनीति से सम्बंधित होगा।
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ज्ञात हो कि कल ही प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने कार्यवाही करते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत की कुछ संपत्तियां अटैच की हैं।राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शिवसेना प्रवक्ता द्वारा केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ उनके दिए बयानों की वजह से उनपर यह कार्यवाही हुई है।बता दें कि संजय राउत अक्सर बीजेपी और PM मोदी की आलोचना करते रहते हैं।
राकांपा प्रमुख ने pm मोदी से उनके कार्यालय में मुलाकात का ब्यौरा देते हुए पत्रकारों से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से राजनीतिक ईर्ष्या-द्वेष से किसी के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग नहीं करने का अनुरोध किया है।उन्होंने कहा कि शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत पर ED की कार्यवाही राजनीतिक प्रतिशोध है जिसकी वह निंदा करते हैं।उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को इस प्रकार की कार्यवाही करने से बचना चाहिए।
महाराष्ट्र में सत्तासीन महाअघाड़ी सरकार में शामिल NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि बीजेपी के नेता अन्य पार्टियों को धमकाते रहते हैं।उन्होंने कहा कि वह ED को लेकर सबको डराते-धमकाते हैं।उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना प्रवक्ता पर कार्यवाही करने की जरूरत नहीं थी।उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में चल रही सरकार जारी रहेगी और उसमें कोई अड़चन नहीं आएगी।उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार में कोई दिक्कत नहीं है और हम आगे भी मिलकर चुनाव लड़ेंगे।ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और NCP मिलकर सरकार चला रहे हैं।
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राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि उनसे ममता बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बात की थी जिसका विषय भाजपा के विरुद्ध एक गैर भाजपाई pm उम्मीदवार चुनने की थी। उन्होंने कहा कि वह यूपीए की जिम्मेदारी नहीं लेंगे।