Saudi Arabia: अरब देश सऊदी में महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली महिला को ट्विटर पर ट्वीट करने का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है । सऊदी कानून के मुताबिक एक्टिविस्ट महिला को ट्विटर के माध्यम से देश विरोधी कार्यों को प्रोत्साहन देने के चलते 34 साल की सजा मिली है । यही नहीं 34 साल की सजा पूरी होने के बाद अगले 34 साल तक महिला के ट्रेवल पर बैन लगा रहेगा ।
बता दें कि ट्विटर पर सक्रिय रहने वाली सलमा अल-शेहबाब को पहले 6 साल की सजा सुनाई गई थी लेकिन सोमवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान उसकी सजा बढ़ाकर 34 साल कर दी गयी । वहीं महिला को दी गयी इतनी कड़ी सजा के बाद सऊदी में महिला अधिकार और मानवाधिकारों को लेकर दुनियाभर में एक बार फिर से बहस छिड़ गई है ।
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Saudi Arabia की रहने वाली सलमा अल- शेहबाब मूल रूप से लंदन में रहकर पढ़ाई कर रही थीं । वह लीड्स यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं जबकि छुट्टियां मनाने वह सऊदी आईं हुईं थीं जहां से उन्हें ट्विटर पर देश विरोधी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था । बता दें कि सलमा ने सऊदी महिलाओं के अधिकारों के लिए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के इस्तेमाल कर ट्वीट किए थे ।
यही नहीं सलमा ने जेल में बन्द एक्टिविस्ट लॉजेन अल- हथलूल सहित कई महिला कार्यकर्ताओं की रिहाई की वकालत करते हुए ट्विटर के माध्यम से आवाज उठाई थी । बता दें कि सलमा के 2 छोटे छोटे बच्चे हैं इनमें से एक की उम्र 4 साल जबकि दूसरे की 6 साल है । सलमा शिया मुस्लिम हैं ।
डेली मेल के मुताबिक सऊदी सरकार ने सलमा अल- शेहबाब पर गम्भीर आरोप लगाए हैं । सऊदी सरकार ने सलमा को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है । सऊदी सरकार ने कहा कि सलमा ट्विटर के माध्यम से देश मे अशांति पैदा करना चाहती थी । उनके ट्विटर पर एक्टिविटीज से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया था ।
सलमा को सऊदी की टेररिज्म कोर्ट ने पहले 6 साल और बाद में हाल ही में सोमवार को 34 साल की सजा सुनाई है । कोर्ट ने सजा सुनाते हुए सलमा द्वारा किये गए ट्वीट और सोशल मीडिया एक्टिविटीज की भी चर्चा की है । इसके अलावा कोर्ट ने ये भी आदेश दिया है कि सजा पूरी होने के बाद अगले 34 साल तक सलमा पर ट्रेवल बैन लगेगा जिससे वह किसी अन्य देश मे यात्रा नहीं कर सकेंगी ।
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बता दें कि सऊदी में एक्टिविस्ट और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली Loujain al – hathloul जेल में बन्द हैं । Loujain की बहन लीना के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए सलमा ने उनकी रिहाई की मांग की थी । इसके अलावा सलमा ने उन लोगों के भी ट्वीट रीट्वीट किये थे जो सऊदी सरकार से असहमति रखते हैं और देश से बाहर निर्वासन की जिंदगी बिता रहे हैं ।
वहीं अमेरिका ने महिला अधिकारों पर डींगें हांकने वाले सऊदी सरकार पर गम्भीर सवाल उठाए हैं । अमेरिका स्थित ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन में सऊदी केस मैनेजर डॉ बेथने अल हैदरी ने सऊदी सरकार पर सवाल उठाते हुए महिला अधिकारों के दमन पर उन्हें आईना दिखाया है । डॉ हैदरी ने कहा कि एक तरफ सऊदी महिला अधिकारों को लेकर दुनियाभर में डींगें हांक रहा है वहीं दूसरी ओर ट्वीट्स रिट्वीट करने और असहमति व्यक्त करने पर महिलाओं को जेल में डाल रहा है ।
उन्होंने कहा कि सलमा को जिस तरह से 34 साल की सजा सुनाई गई है उससे पता चलता है कि वहां दिन प्रतिदिन हालात खराब होते जा रहे हैं । बता दें कि सलमा को अगस्त 2021 में उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह छुट्टियां बिताने सऊदी आईं हुईं थीं ।