Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध के भयानक दुष्प्रभावों से आप सभी अच्छे से परिचित होंगे, इस युद्ध के दौरान बहुत सारे लोग ऐसे हैं। जो मारे गए हैं। बहुत से जानवर रहते हैं, जो मारे गए हैं। जबकि कुछ लोग यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में चले गए हैं।
इन लोगों में से कुछ लोग ऐसे रहे हैं। जो अपने पालतू जानवरों को अपने साथ ले गए। जबकि कुछ लोग अपने पालतू जानवरों को यूक्रेन में ही छोड़ गए। ऐसे सभी जानवर जो यूक्रेन की इस भयावह स्थिति में फंसे हुए हैं। इनके लिए एक शख्स मसीहा बनकर सामने आया है। जो लगातार उनको बचाने के लिए कार्य कर रहा है। आज हम आपको इसी शख्स की कहानी बताने वाले हैं।
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भीषण युद्ध के दौरान जानवरों का मसीहा बनकर सामने आने वाला तथा अपनी जान को जोखिम में डालकर जानवरों को बचाने वाला शख्स पोलैंड का रहने वाला है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक मिल रही खबर के मुताबिक इस शख्स का नाम जाकूब कोटोविक्स है। जो पिछले लंबे समय से यूक्रेन में फंसे जानवरों को बचाने का भरपूर प्रयास कर रहा है। और जानवरों के लिए मसीहा बनकर दुनिया के सामने है।
इस शख्स को जानवरों का मसीहा क्यों कहा जा रहा है। वह आप इस आंकड़े से समझ सकते हैं। कि जब एक ओर यूक्रेन के नागरिक अपने पालतू जानवरों को यूक्रेन में छोड़कर भाग रहे थे। उसी दौरान इस शख्स ने पिछले 15 दिनों में 200 बिल्लियों और 60 कुत्तों की तथा एक बकरी के बच्चे की जान बचाई है यह आंकड़ा यह स्पष्ट करने में पर्याप्त है। कि आखिर इस शख्स को जानवरों का मसीहा क्यों कहा जा रहा है।
जाकूब के निजी जीवन की बात करें तो आपको बता दें कि यह पैसे से एक डॉक्टर है। और यह एडीए नामक फाउंडेशन में पशु चिकित्सक के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
यह संस्था पिछले 15 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत वह एक पशु चिकित्सक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं। और अब वह यूक्रेन में फंसे जानवरों को बचाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
आपको बता दें, कि जानवरों का मसीहा बने इस शख्स का अपना एक निजी अस्पताल भी है। इस निजी अस्पताल में भी यह शख्स सभी जानवरों की निशुल्क चिकित्सा करता है। और हर संभव उन्हें बीमारियों व अन्य समस्याओं से दूर रखने का प्रयास करता है।
Russia Ukraine War आपको बता दें, कि इस शख्स के पास दान में मिली राशि के अलावा आमदनी का कोई दूसरा साधन नहीं है। क्योंकि यह व्यक्ति अपना प्रोफेशन भी निशुल्क ही करता है।
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आपको हम यह तो बता ही चुके हैं, कि जानवरों का मसीहा बने इस शख्स के पास आमदनी के नाम पर सिर्फ दान में मिलने वाली राशि ही है। क्योंकि वह अपना पेशेवर कार्य भी निशुल्क ही करते हैं। ऐसे में एक बहुत महत्वपूर्ण बात यह हो जाती है। कि इस व्यक्ति ने 1200000 रुपए देकर किराए पर दो कारें ली और इन्हीं कार से वह यूक्रेन में फंसे जानवरों को यूक्रेन से निकालकर पोलैंड लाने का कार्य कर रहे हैं।
Russia Ukraine War अब तक 200 बिल्ली तथा 60 कुत्तों को यूक्रेन से सही सलामत निकाल चुके हैं। इसके अतिरिक्त वह 2 महीने के एक बकरी के बच्चे को भी सुरक्षित निकाल कर लाए हैं। और इस प्रकार जब मानव ही मानव का दुश्मन बना हुआ है। ऐसे में वह जानवरों की जान बचाते हुए मसीहा बनकर उभरे हैं, और एक नई मिसाल कायम की है।