Republic Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के नाम एक बड़ा ऐलान किया। गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत अब प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी को होगी। ताकि स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को Republic Day भी इसमें शामिल किया जा सके।
सरकारी सूत्रों द्वारा यह पता चला है कि पीएम मोदी सरकार के रुख के अनुकूल हैं। जो कि भारत की इतिहास तथा सांस्कृतिक एवं पहलुओं को मानने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि Republic Day इससे पहले भी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को “पराक्रम दिवस” के रूप में भी मनाने की शुरुआत की गई थी। सूत्रों ने यह भी बताया कि अन्य दिवस जो प्रत्येक वर्ष मनाए जाने का फैसला लिया गया है। उसमें भी ’14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस यानी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती, 26 नवंबर को संविधान दिवस तथा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस यानी कि सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के चार साहबजादे की याद में’ सारे शामिल हैं।
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रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने यहां बताया कि कोविड-19 के चलते पिछले साल परेड में शामिल होने वाले 25000 लोगों की तुलना में इस बार सिर्फ 24000 लोगों को इसे देखने की अनुमति मिलेगी। इसमें दर्शक, सरकारी अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति, एनसीसी कैडेट, सीनियर, राजनेता, नौकरशाह तथा बच्चे शामिल हैं। इन 24000 सीटों में से सिर्फ 5,200 सीटें आम दर्शकों के लिए हैं। जो टिकट को खरीद सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछली बार की तरह इस बार भी राष्ट्रीय समारोह बिना किसी विदेशी मुख्य अतिथि के मौजूदगी के बगैर ही आयोजित किया जा सकता है।
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Republic Day असल में पिछले साल की तरह ही दर्शकों को दूर करने के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए 6 फीट की दूरी पर बैठाया जाएगा, तथा मास्क जरूर अनिवार्य होगा। इस दौरान ही पूरे क्षेत्र को सैनिटाइजर से साफ किया जाएगा तथा बैठने की जगह के करीब सैनिटाइजर डिस्पेंसर भी लगाए जाने की संभावना है। ऐसे में सारे सांस्कृतिक प्रतिभागियों तथा सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए वैक्सीन की डबल डोज अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही साथ उन सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट भी किया जाएगा। चूंकि वही परंपरा के मुताबिक पोडियम पर केवल VVIP बैठे रहेंगे। जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी इसमें शामिल होंगे।