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एक फोटोग्राफर की जिंदगी Reema Lagoo की इस तस्वीर ने बदल दी थी… जानिए उसके बारे में

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Reema Lagoo

Reema Lagoo का नाम आते ही ममता से भरी एक ऐसी एक्ट्रेस का चेहरा सामने आ जाता है। जिनकी मोहक मुस्कान तथा बोलती आंखें उनकी अभिनय क्षमता का परिचय खुद-ब-खुद दे देती हैं। हालांकि थिएटर से अपना कैरियर शुरू करने वाली रीमा मराठी कथा हिंदी फिल्मों में काम किया था। टीवी पर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवा चुकी हैं। 21 जून 1998 में पैदा हुई रिमाको फिल्म में मां के किरदार के लिए भी जाना जाता है। बता दें कि रीमा फोटोग्राफर के बारे में जिसके लिए बन गई फरिश्ता।

Reema Lagoo अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रही

Reema Lagoo



Reema Lagoo ने सिर्फ पर्दे पर ही नहीं बल्कि असल जिंदगी में भी अपने दमखम पर अपनी बच्ची को पाला तथा समाज में सिर ऊंचा कर अपनी एक अलग पहचान बना पाने में कामयाब रही। हालांकि रीमा की मां भीम मराठी एक्ट्रेस थी तो पढ़ाई की वक्त से रीमा का रुझान भी एक्टिंग की ओर हो गया था। 10वीं पास करते ही एक्टिंग करने लगी। मराठी थिएटर तथा मराठी सिनेमा की दमदार एड्रेस रही थी मां ने वर्ष 1980 में फिल्म “कलियुग” से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था।

बेटी की परवरिश Reema Lagoo ने अकेले की


अभिनय के दौरान ही रीमा लागू की दोस्ती मराठी एक्टर विवेक से लागू हुई। दोस्ती, प्यार और फाइनली शादी में भी बदल गई। इनकी एक बेटी मृणमयी है। जबकि कुछ दिनों तक रीमा विवेक की शादी शुदा जिंदगी खुशनुमा रही। लेकिन बाद में ऐसा ही मनमुटाव हुआ कि दोनों अलग हो गए। रीमा ने अपनी बाकी जिंदगी भी बेटी की परवरिश में बीता दी।

फोटोग्राफर की किस्मत बदल दी Reema Lagoo के पोर्टफोलियो ने

Reema Lagoo


जाने-माने फोटोग्राफर आशीष सोमपुरा ने एक इंटरव्यू में यह बताया था कि धीमा दीदी के पोर्टफोलियो की शूटिंग 1985 में हुई थी। तब मैं अभी नया ही था और वह जानी-मानी अभिनेत्री भी थी। फिर भी अपनी फुलपोर्टफोलियो के लिए मुझ जैसे नए फोटोग्राफर पर भरोसा किया। मेरे छोटे से स्टूडियो में कुछ तस्वीरें क्लिक करने के बाद से मैंने उन्हें आउटडोर शूट करने के लिए कहा तथा उस सूट ने मेरी किस्मत बदल दी। उनके पास तो एक्टिंग तथा मॉडलिंग से जुड़े कई एक्ट्रेस मेरी स्टूडियो आने लगे।

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मेरे लिए रिमाइंडर बनकर आई


आशीष सोमपुरा ने यह बताया था कि बरसों बाद से अपनी बेटी का पोर्टफोलियो क्लिक करवाने आई तो मुझे यह याद दिलाया कि उस वक्त आपने सिर्फ 600 रुपए फीस लिया था। मैंने यह कहा कि मुझे आपसे ₹1 भी नहीं चाहिए क्योंकि आप मेरे लिए फरिश्ता बन कर आई थी। आपकी तस्वीर ने तो मेरी किस्मत बदल दी तथा फोटोग्राफर के रूप में मेरी पहचान बनी।


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