Ratan Tata: देश में सरकारी कम्पनियों को प्राइवेट सेक्टर को सौंपने का सिलसिला लगातार जारी है । घाटे में चल रही तमाम सरकारी कम्पनियों को केंद्र सरकार प्राइवेट हाथों में सौंप रही है। अब इसी सिलसिले में देश की एक और दिग्गज सरकारी कम्पनी को केंद्र की मोदी सरकार ने बेचने का फैसला कर लिया है ।
बता दें कि इस सरकारी कम्पनी को उद्योग जगत की दिग्गज टाटा समूह के मालिक Ratan Tata ने खरीदा है । जहां केंद्र सरकार द्वारा इस कम्पनी को Ratan Tata को बेच दिया गया है वहीं अब टाटा समूह के साथ इस कम्पनी के जुड़ने से इसके भाग्य खुलते नजर आ रहे हैं । बता दें यह सरकारी कम्पनी बेहद घाटे में चल रही थी जिसकी वजह से सरकार ने इसे बेचने का फैसला किया है । बता दें कि यह कम्पनी पिछले 2 साल से बन्द पड़ी थी ।
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बेहद घाटे में चल रही और लगभग दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी देश की जानी मानी सरकारी कम्पनी नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) को सरकार ने टाटा समूह के हाथों बेच दिया है । 30 मार्च 2020 से नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड के प्लांट बन्द पड़े हुए थे । कर्ज में डूबी इस इस्पात कम्पनी को अब सरकार ने टाटा समूह के हाथों में सौंप दिया है । बता दें कि ओडिशा स्थित इस कम्पनी पर 6600 करोड़ से अधिक का कर्ज चढ़ा हुआ था ।
जनवरी 2022 में सरकार ने ओडिशा स्थित इस कम्पनी को बेचने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं एक अधिकारी के मुताबिक टाटा समूह की इकाई टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट्स( T S L P) ने जनवरी 2022 में कम्पनी की सर्वोच्च बोली 12100 करोड़ रुपए लगाकर NINL को खरीद लिया था। बता दें कि इस बोली के साथ ही सरकारी कम्पनी NINL में टाटा समूह की इकाई TSLP ने 93.71% शेयर प्राप्त कर लिए हैं ।
ओडिशा में लगे कम्पनी के सबसे बड़े प्लांट में 2 साल से कोई काम नहीं हो रहा था । जानकारी के अनुसार नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड पर भारी कर्ज चढ़ा हुआ था। कर्ज से लदी कम्पनी न तो अपने शेयर होल्डर्स के प्रति ईमानदार रह पा रही थी न ही कर्मचारियों को वेतन चुका पा रही थी । ओडिशा में लगे 1.1 मीट्रिक टन क्षमता वाले इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट में 30 मार्च 2020 के बाद से काम बंद था । बता दें कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड पर 31 मार्च 2021 तक 6600 करोड़ से अधिक का कर्ज चढ़ा हुआ था ।
जिसमे से कम्पनी के प्रमोटरों का 4116 करोड़ रुपये की देनदारी है जबकि बैंकों का कर्ज 1741 करोड़ रुपये है । यही नहीं अन्य लोगों के अलावा कम्पनी में काम कर रहे कर्मचारियों का भी बकाया वेतन पड़ा है ।
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पिछले 2 साल से बन्द पड़ी नीलाचल इस्पात को खरीदने के बाद अब टाटा समूह इस प्लांट को शुरू करने की तैयारी में जुट गया है । टाटा स्टील के सीईओ और MD टीवी नरेंद्रन ने बताया कि कम्पनी का लक्ष्य अगले 3 महीनों में नीलाचल के बन्द पड़े सयंत्रों को शुरू करना है । टाटा समूह के सीईओ ने कहा कि हमे उम्मीद है कि हम अगले 3 महीनों में काम शुरू कर देंगे जबकि अगले 12 महीने में हम स्थापित क्षमता प्राप्त कर लेंगे । इसके अलावा टाटा समूह नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड की क्षमता को 50 लाख टन तक करने के प्रयास कर रहा है ।