Ram Mandir : अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों शोरों से चल रहा है। राम मंदिर का स्वरूप और आकार कैसा होगा इसे जानने का कौतूहल राम भक्तों तथा श्रद्धालुओं के मन में हैं। लोग राम मंदिर का निर्माण पूरा होने का बड़ा ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने यह नया 3D वीडियो जारी किया है। 6 मिनट 22 सेकंड के इस वीडियो में यह बताया गया है
कि निर्माण के बाद श्री राम मंदिर अपनी भव्यता तथा दिव्यता में कैसा नजर आएगा। आपको बता दें कि 9 नवंबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। राम मंदिर का भूमि पूजन पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों 5 अगस्त 2020 को हुआ।
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Ram Mandir का निर्माण कार्य गत वर्ष 15 जनवरी से शुरू हुआ.गत वर्ष 15 जनवरी से स्वर्ण निर्माण प्रक्रिया के अंतर्गत 45 से 50 फिर तक गहरी नीव और उसके ऊपर पांच फीट मोटी एक और परत डाली जा चुकी हैं तथा इसी 24 जनवरी शिव मंदिर की 21 फीट ऊंची अधिष्ठान का निर्माण भी शुरू हो चुका है। राम मंदिर का निर्माण 10 एकड़ में ही हो रहा है। जबकि 57 एकड़ में श्रद्धालुओं, प्रार्थना सभा, लेक्चर हॉल, कैफिटरिया, संग्रहालय तथा भक्तों एवं पर्यटकों के लिए कंपलेक्स आदि का निर्माण हो रहा है।
Ram Mandir का निर्माण कार्य गत वर्ष 15 जनवरी से शुरू हुआ. में तीन मंजिल होंगे। पहली मंजिल पर मंदिर का गर्भगृह होगा, जिसमें रामलला की मूर्ति भी रखी जाएगी। रामलला के साथ ही साथ सीता माता होंगी, लक्ष्मण तथा गणेश भगवान की भी मूर्ति रखी जाएगी। सबसे खास बात यह है कि रामनवमी के दिन उगते सूर्य की पहली किरण श्रीराम की प्रतिमा पर पड़ेगी। इसके लिए खगोलीय अध्ययन भी किया गया है।
66 एकड़ के राम मंदिर परिसर में भक्तों की परिक्रमा के लिए ही एक ट्रैक बनाया जा रहा है। ऐसा अनुमान है कि 1 दिन में 10 लाख राम भक्त दर्शन के लिए भी पहुंचेंगे। सारे भक्तों को अपनी पूजनीय के दर्शन मिले इसीलिए तो इस परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जा रहा है।
Ram Mandir में तीन मंजिल होंगे। पहली मंजिल पर मंदिर का गर्भगृह होगा, जिसमें रामलला की मूर्ति भी रखी जाएगी। रामलला के साथ ही साथ सीता माता होंगी, लक्ष्मण तथा गणेश भगवान की भी मूर्ति रखी जाएगी। सबसे खास बात यह है कि रामनवमी के दिन उगते सूर्य की पहली किरण श्रीराम की प्रतिमा पर पड़ेगी। इसके लिए खगोलीय अध्ययन भी किया गया है। 66 एकड़ के राम मंदिर परिसर में भक्तों की परिक्रमा के लिए ही एक ट्रैक बनाया जा रहा है। ऐसा अनुमान है कि 1 दिन में 10 लाख राम भक्त दर्शन के लिए भी पहुंचेंगे। सारे भक्तों को अपनी पूजनीय के दर्शन मिले इसीलिए तो इस परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जा रहा है।
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Ram Mandir 5 अगस्त को ही भूमि पूजन होने के बाद से अक्टूबर 2020 में तराशे गए पत्थरों को कार्यशाला से मंदिर परिषद में रखने का काम भी शुरू हुआ है। 15 मार्च 2021 से ही श्री राम मंदिर निर्माण के लिए नीव भराई का काम भी शुरू हो गया। सरकार का यह अनुमान है कि 2023 के अंत से भक्त श्री राम के दर्शन कर सकेंगे। अयोध्या में ही पूरे राम मंदिर परिसर वर्ष 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के कारण से मंदिर निर्माण का कार्य भी प्रभावित हुआ है। हालांकि निर्माण कार्य को थोड़े समय के लिए रोकना भी पड़ा था।