President Election 2022: भारतीय गणराज्य के 15 वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए दिल्ली में सोमवार को वोटिंग जारी है । जहां राष्ट्रपति चुनाव में इस बार एनडीए(नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) की तरफ से आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी हैं वहीं विपक्ष की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है । सोमवार सुबह 9 बजे से जारी वोटिंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित तमाम दिग्गजों ने वोट डाले हैं ।
बता दें कि 15 वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए जारी मतदान के बीच करीब 60 फीसदी मत राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को पड़ने का अनुमान लगाया गया है । हालांकि मतदान से पहले ही द्रौपदी मुर्मू को मिल रहे समर्थन और सत्ता में काबिज राजग प्रत्याशी होने के नाते उनकी जीत तय मानी जा रही है ।
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2004 से लेकर 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग की । वह नई दिल्ली स्थित पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर पर बैठकर आये । बता दें कि डॉ मनमोहन सिंह काफी समय से अस्वस्थ चल रहे हैं । सप्रंग सरकार में लगातार 2 कार्यकाल तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालते समय अस्वस्थता के चलते 4 लोगों का सहारा लेना पड़ा । बता दें कि डॉ मनमोहन सिंह की उम्र इस वक्त 89 वर्ष है और वह इन दोनों अस्वस्थ हैं ।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए जारी वोटिंग में अब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा, अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, पुष्कर सिंह धामी आदि ने वोट डाला है । जहां योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा में वोटिंग की वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित संसद भवन में बने पोलिंग बूथ में वोट डाला । इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में मतदान किया । वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी वोटिंग की । उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह और उनके विधायक विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट डालेंगे ।
President Election 2022, भाजपा के केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार अपने पिता यशवंत सिन्हा को वोट नहीं देंगे । जहाँ जयंत सिन्हा ने राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया था वहीं उनके पिता को वोट नहीं देने की चर्चाएं सियासी गलियारों में तेज हैं । बता दें कि जयंत सिन्हा भाजपा से जुड़े हैं जबकि यशवंत सिन्हा भाजपा के कट्टर विरोधी माने जाते हैं । हालांकि यशवंत सिन्हा भी भाजपाई रह चुके हैं ।
इतना ही नहीं वह अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे थे । हालांकि भाजपा में मोदी युग के बाद उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया था और वह अब भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के कट्टर विरोधी बन चुके हैं । बता दें कि विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया था ।
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भाजपा और उसके सहयोगी दलों के घटक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) को इस राष्ट्रपति चुनावों में बड़े समर्थन की आशा की जा रही थी । जहां देश की 27 पार्टियां राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दे रही हैं वहीं द्रौपदी मुर्मू के उड़ीसा से होने के कारण विपक्ष में शामिल होने के बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उन्हें समर्थन देंगे ।
बता दें कि भाजपा के अलावा शिवसेना, शिरोमणि अकाली दल, वाई एस आर कांग्रेस, जेएमएम(झारखंड मुक्ति मोर्चा),जे डी यू, एल जे पी, एनपीपी,ए जीपी, अपना दल(एस), जननायक जनता पार्टी, निषाद पार्टी,यूपीपीएल,पीएमके, एआइडीएमके सहित कुल 27 पार्टियों का समर्थन द्रौपदी मुर्मू को मिला है वहीं विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को कुल 14 पार्टियों का समर्थन हासिल है ।
President Election 2022, हालांकि खबर आ रही है कि विपक्षी दलों के विधायक भी क्रॉस वोटिंग कर राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोटिंग कर रहे हैं । बता दें कि , पूर्व प्रधानमंत्री सहित देश के सभी राज्यों के सीएम, सांसद और विधायक सहित कुल 4800 माननीय राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग कर रहे हैं । ताजा जानकारी के अनुसार अब तक साठ फीसदी वोट द्रौपदी मुर्मू को पड़ते दिख रहे हैं । यदि द्रौपदी मुर्मू 21 जुलाई को चुनाव नतीजे आने पर जीतती हैं तो वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी जो आदिवासी समुदाय से आती हैं ।