pm modi: 15 अगस्त 1947 को आधिकारिक रूप से आजाद हुआ भारत आज अपना 76 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है । जहां पूरा देश स्वाधीनता और देशप्रेम की भावना से सराबोर है वहीं समूचे भारत मे उल्लास के साथ आजादी का दिन सेलिब्रेट किया जा रहा है । बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है
जिसके अंतर्गत हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है । सरकार ने तय किया है कि भारत के 20 करोड़ घरों में तिरंगा लहराया जाए जो कि सच हो रहा है । भारत के हर घर, दुकान, स्कूलों, गली-नुक्कड़ और चौराहों आदि पर तिरंगा फहराया जा रहा है वहीं तिरंगा रैली भी निकाली जा रही हैं ।
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देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर जहां हर शहर , गांव, गली देशप्रेम से सराबोर है वहीं सरकार ने भी आजादी के इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने के लिए तमाम प्रयास किये हैं । जहां हर घर तिरंगा अभियान के तहत देशवासियों को तिरंगा उपलब्ध करवाए गए वहीं सभी से अपील भी की गई है कि आजादी की हीरक जयंती को पूरे जोर शोर से सेलिब्रेट किया जाए । हर बार की तरह इस वर्ष भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से देश की आन बान शान तिरंगे को सलामी दी ।
जहां इस बार पीएम मोदी ने तिरंगा के रँग से रंगा साफा पहना वहीं उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री 9 वीं बार लालकिले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया । प्रधानमंत्री ने इस दौरान भ्रष्टाचार और परिवार वाद को देश के विकसित होने में सबसे बड़ा बाधक माना है । उन्होंने कहा कि जहां एक गरीब व्यक्ति 2 वक्त की रोटी भी मुश्किल से जुटा पाता है वहीं कुछ लोगों के पास पैसे रखने की जगह कम पड़ रही है । हमे इसी बुराई को नष्ट करना है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक लालकिले से तिरंगा फहराते हुए कहा कि भारत को देखने का दुनिया का नजरिया बदल चुका है । यह हम सबकी मेहनत का परिणाम है कि हम आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है । दुनिया की हमारे प्रति सोच में आया यह बदलाव हमारी 75 साल की अनुभव यात्रा का परिणाम है ।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि महात्मा गांधी ने देश के लिए एक सपना देखा था कि देश के आखिरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचाया जाए । मैंने उनके सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है । इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के ऐतिहासिक लोकतंत्र की तारीफ करते हुए कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और मैं पहला व्यक्ति हूँ जिसे लाल किले से देश के लोगों का गौरवगान करने का अवसर मिला है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत मे सामूहिक चेतना का नवजागरण हुआ है । हमने पुरुषार्थ किया, संकल्प लिए और उन्हें पूरा किया है ।
76 वें Independence Day 2022 के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमाम सुधारों की बात करते हुए देशवासियों से 5 प्रण भी लेने का आग्रह किया है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अगले 25 सालों में हम देश को कैसा देखना चाहते हैं उसके लिए सभी को 5 संकल्प लेने होंगे । आजादी के मतवालों का सपना पूरा करने के लिए हमें इन संकल्पों को पूरा करना होगा ।
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पीएम मोदी ने कहा कि हम अब बड़े संकल्प लेकर ही आगे बढ़ेंगे । इनमें से हमारा पहला संकल्प होगा – विकसित भारत । हम संकल्प लें कि देश को विकसित भारत बनाकर रहेंगे । हमें 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है इससे कम हमे कुछ भी स्वीकार नहीं होगा ।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी तरह की गुलामी से मुक्त होना होगा। यदि हमारे मन के किसी भी कोने में गुलामी का एक भी अंश है तो उसे खत्म कर देना है । हमें गुलामी ने सैकड़ों सालों से जकड़कर रखा है जिससे हमें आजाद होना है। इसी गुलामी ने हमारी स्वाधीनता को जकड़कर रखा है । हमे किसी भी हाल में इससे मुक्त होना है ।
प्रधानमंत्री ने आगे तीसरा प्रण लेते हुए कहा कि हमे अपनी विरासत पर गर्व करना होगा । हमारी सांस्कृतिक धरोहर देश की मूल चेतना का हिस्सा हो । हम इसे बिसराये नहीं बल्कि इसपर गर्व करें ।
स्वाधीनता दिवस की हीरक जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने संकल्प दोहराते हुए चौथा प्रण लिया है । pm modi ने कहा कि देश को एक रहना होगा । हमारी आपस मे एकता और एकजुटता हो । 130 करोड़ भारतीयों में एक भारत श्रेष्ठ भारत की मूल भावना विद्यमान हो यही हमारा चौथा संकल्प है ।
प्रधानमंत्री ने पांचवा संकल्प दोहराते हुए कहा कि हमे अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी । आने वाले 25 सालों में देश को विकसित बनाने के लिए हमें संकल्प लेना होगा कि हम पुरुषार्थी बनेंगे । पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब सपने बड़े होते हैं तो संकल्प भी बड़े होते हैं और हमारे पुरुषार्थ भी बड़े होते हैं ।