राजस्थान सरकार ने भी आखिरकार डीजल व पेट्रोल की दरों में कमी कर दी। डीजल पर 5 और पेट्रोल पर 4 रुपए प्रति लीटर की कमी की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंगलवार के दिन शाम को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में वैट की दर कम करने का निर्णय लिया गया। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर बताया कि इस फैसले से सरकारी राजस्व में 3500 करोड़ प्रतिवर्ष कमी होगी।
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दरअसल पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कम कर लोगों को राहत दी थी। इसके बाद से ही देश के कई राज्यों ने भी वैट कम कर वाहन चालकों को राहत दी थी। लेकिन अब तक राजस्थान सरकार इस पर कोई फैसला नहीं कर पा रही थी।
पेट्रोल पंप संचालक, विपक्षी दल भाजपा व सामाजिक संगठन गहलोत सरकार से पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने की मांग कर रहे थे। बैठक में कोटा बनाने वाले ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निशुल्क जमीन आवंटित करने तथा जनजाति क्षेत्र में छात्रावास आवासीय विद्यालयों के लिए वार्डन का अलग से कैडर बनाने का निर्णय लिया गया है।
असल में विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतों के आधार पर रोज डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बदलाव होता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद हर रोज पेट्रोल और डीजल का दाम तय करती हैं। भारत पैट्रोलियम, हिंदुस्तान पैट्रोलियम और इंडियन ऑयल रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल व डीजल की दरों में संशोधन कर जारी करती हैं।
सीएम अशोक गहलोत कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने का फैसला लिया गया। जिसके बाद से गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में पेट्रोल डीजल पर वैट की दर को कम करने का सर्वसम्माति से निर्णय लिया गया है। जिसके बाद से आज रात 12 बजे से पेट्रोल में 4 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 5 रुपए प्रति लीटर दरों में कमी हो जाएगी। इससे 3500 करोड़ रुपए राजस्व का हानी होगा, जो राज्य सरकार वहन करेगी।