Bengaluru: असम के रहने वाले अख्तर हुसैन लश्कर के खिलाफ NIA आतंकी संगठन अलकायद के साथ संबंधों को लेकर जांच कर रहा है। जांच में चौंकाने वाली बातें सामने निकल कर आई हैं। लश्कर पर युवाओं से मेल-मिलाप बढ़ाकर उनका ब्रेन वॉश करने का आरोप है। लश्कर का सबसे बड़ा हथियार सोशल मीडिया था।
जिसमें वो युवाओं को ऐसे वीडियो दिखाता था कि भारतीय सेना मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है ताकि उनका Brain wash किया जाए और फिर आतंकी बनाने के लिए उन्हें अपने आकाओं के कहने पर कश्मीर और अफगानिस्तान के खुरासान प्रांत में से किसी एक जगह भेज देता था। लश्कर यह काम काफी समय से कर रहा था। बता दें कि NIA ने इसे दो महीना पहले बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। यह वहां डिलीवरी ब्वॉय बनकर रह रहा था।
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समाचार एजेंसी ANI के अनुसार NIA की जांच में सामने आया है कि अख्तर हुसैन लश्कर का सबसे बड़ा हथियार social media था। वह सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाली बातों और वीडियो से युवाओं का brain wash करता था। इसके ज्यादातर वीडियो में भारतीय सेना मुस्लिमों पर अत्याचार कर रही है। भोले-भाले युवाओं को यह यकीन दिलाता था कि हिन्दू लोग मुस्लिमों पर अत्याचार करती है। जब युवा उसकी बातों में आ जाते थे, उन्हें पक्का आतंकी बनाने के लिए अपने आकाओं के हुक्म पर ट्रेनिंग के लिए भेजता था।
असम के कछार जिले के एक गांव के रहने वाले लश्कर पर social media के जरिए युवाओं का कट्टरपंथी,भारत के खिलाफ दंगा भड़काने और दंगा करवाने का आरोप है।
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Bengaluru, इसके अलावा, लश्कर पर कट्टरपंथी हो चुके युवाओं को कश्मीर और अफगानिस्तान के खुरासान प्रांत में भारत के खिलाफ आतंकवादी प्रशिक्षण भेजने की साजिश रचने का भी आरोप है। आतंकवाद से संबंध रखने वाले गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लश्कर के अलकायदा और कुछ अन्य चरमपंथी संस्थाओं के साथ संबंध थे।
NIA ने लश्कर और अब्दुल अलीम मंडल उर्फ एमडी जुबा के खिलाफ 30 अगस्त को मुकदमा दर्ज किया था। दोनों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम की धारा 10, 13, 15, 16, 18 और 20 के तहत मामला दर्ज किया गया था। एनआईए द्वारा दर्ज प्राथमिकी 24 जुलाई को बेंगलुरु पुलिस द्वारा पहले दर्ज किए गए मामले पर आधारित है।
बाद में, जांचकर्ताओं ने पाया कि आरोपियों ने युवाओं को कट्टरपंथी युवकों के आतंकवादी प्रशिक्षण से गुजरने के लिए कश्मीर और अफगानिस्तान के खुरासान प्रांत में भेजने की साजिश रची और उन्हें सांप्रदायिकता के खिलाफ उकसाया। जांचकर्ता ने यह भी पाया कि लश्कर ने भारत में दंगे कराने की कोशिश की है।