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NDTV Takeover: 14 साल पहले लिए गए कर्ज ने कर दिया अपनी ही कम्पनी से बेदखल, जानिए प्रणय रॉय के NDTV से इस्तीफे की कहानी

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NDTV Takeover: इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर से मीडिया जगत की बड़ी हस्ती बने प्रणय रॉय ने कभी सोचा नहीं होगा कि एक छोटी सी भूल उनकी वर्षों की मेहनत पर पानी फेर सकती है । जिस चैनल को उन्होंने रात दिन एक करके पहचान दिलाई आज वह उनके हाथों से निकलता जा रहा है । साल 2009 और 2010 में आरआरपीआर होल्डिंग्स द्वारा VCPL से लिए गए लगभग 400 करोड़ रुपये के कर्ज ने प्रणय रॉय को अपनी ही कम्पनी से बेदखल कर दिया ।

अगस्त माह में अडानी समूह द्वारा VCPL के अधिग्रहण करते ही एनडीटीवी की प्रमोटर आरआरपीआर होल्डिंग की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी भी अडानी समूह के पास चली गयी वहीं हाल ही में अडानी समूह द्वारा ओपन ऑफर लाने के बाद एनडीटीवी में इस्तीफों का दौर चालू हो गया है । जहां पहले एनडीटीवी के चेयरपर्सन प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने निदेशक बोर्ड से इस्तीफा दिया तो वहीं एक दिन बाद ही चैनल के मुख्य चेहरे और वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने भी इस्तीफा दे दिया है । आइये जानते हैं कि कैसे प्रणय रॉय-राधिका रॉय के हाथ से एनडीटीवी फिसलता चला गया।

14 साल पहले लिए गए कर्ज ने डुबोया

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प्रोफेसर की नौकरी छोड़ एनडीटीवी इंडिया चैनल की शुरुआत करने वाले प्रणय रॉय ने चैनल पर अपनी पकड़ खो दी है । अब यह चैनल अडानी समूह चलायेगा। प्रणय रॉय के अपने ही बनाये चैनल से पकड़ खो देने की शुरुआत 14 साल पहले हुई थी जब उनके स्वामित्व वाली कम्पनी आरआरपीआर(राधिका रॉय-प्रणय रॉय होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड) ने 2009 और 2010 में वीसीपीएल से 403.85 करोड़ का कर्ज लिया था । इस कर्ज के बदले कम्पनी ने वीसीपीएल को एक वारंट जारी किया था जिसके अनुसार उसने वीसीपीएल को आरआरपीआरएच में कर्ज के बदले 99.9 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिकार दे दिया ।

इस समझौते से आरआरपीआर की 29.18% हिस्सेदारी VCPL(विश्वप्रधान प्राइवेट लिमिटेड) के पास चली गयी । वहीं अगस्त 2022 में अडानी समूह के स्वामित्व वाली एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड ने वीसीपीएल का अधिग्रहण कर लिया जिससे आरआरपीआर में अडानी समूह की हिस्सेदारी 29.18% प्रतिशत हो गयी वहीं अगस्त में हिस्सेदारी खरीदने के बाद अडानी ग्रुप ने यह भी कहा कि वह कम्पनी में अभी 26% हिस्सेदारी और खरीदेगा ।

कम्पनी में प्रणय-राधिका की हिस्सेदारी 32.36%

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NDTV Takeover, एनडीटीवी इंडिया के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने कम्पनी के निदेशक बोर्ड से भले ही इस्तीफा दे दिया है पर अब भी रॉय परिवार की कम्पनी में 32.36% हिस्सेदारी है । एनडीटीवी की पैरेंट कम्पनी आरआरपीआर में प्रणय रॉय की हिस्सेदारी 15.94% तो उनकी पत्नी की हिस्सेदारी 16.32% है ।

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ओपन ऑफर के बाद राह हुई मुश्किल

अडानी समूह के 22 नवम्बर को ओपेन ऑफर लाने के बाद रॉय परिवार की राह और मुश्किल हो गयी है । यदि उन्हें एनडीटीवी में अपनी पकड़ बनाये रखनी है तो ओपन ऑफर के तहत कर्ज की बड़ी रकम चुकानी होगी जो कि इतने कम समय मे अरेंज करना आसान नहीं है । बता दें कि ओपेन ऑफर की अंतिम तिथि 5 दिसम्बर है और यदि इस अवधि में प्रणय रॉय काउंटर ऑफर शुरू नहीं करते हैं तो एनडीटीवी की करीब 55% हिस्सेदारी अडानी समूह के पास चली जायेगी ।

हालांकि प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफे के बाद यह साफ हो गया है कि वह कर्ज चुकाने की कोशिश नहीं करेंगे और अब इस कम्पनी में अडानी समूह का अधिकार होगा ।

ऐसे हुई एनडीटीवी की शुरुआत

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NDTV Takeover, एनडीटीवी(नई दिल्ली टेलीविजन) की शुरुआत प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने मिलकर 1988 में की थी । शुरुआत में एनडीटीवी बीबीसी और स्टार न्यूज के लिए कंटेंट बनाने का काम करता था । बता दें कि प्रणय-राधिका स्कूल के दिनों से ही अच्छे दोस्त रहे। दोनों पहली बार 1960 में देहरादून में मिले थे उस वक्त प्रणय दून स्कूल में तो राधिका वेल्हम गर्ल्स स्कूल में पढ़ते थे । वहीं इसके बाद प्रणय हैलीबरी और इम्पीरियल सर्विस कॉलेज चले गए तो राधिका लंदन।

हालांकि दोनों टच में बने रहे और 1972 में दोनों ने शादी कर ली । शादी के बाद प्रणय राधिका दिल्ली सेटल हो गए जहां प्रणय दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन करने लगे तो राधिका ने जर्नलिज्म की राह पकड़ी और इंडिया टुडे,इंडियन एक्सप्रेस में जॉब करने लगीं ।

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