Alt News co-founder Mohammed Zubair: पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। मोहम्मद जुबेर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। वहीं पत्रकार की गिरफ्तारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा नजर आ रहा है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया, बॉलीवुड से लेकर विपक्षी दलों ने भी इस गिरफ्तारी का विरोध किया है।
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Alt News founder Mohammad Zubair arrested: दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने सोमवार को AltNews के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार कर लिया है।
आल्ट न्यूज के सह-सम्पादक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए और 295-ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तार के बाद सोशल मीडिया पर लोग गिरफ्तारी का विरोध करते हुए मुहम्मद जुबेर को सपोर्ट कर रहे हैं।
बॉलीवुड अभिनेता कमाल आर. खान (KRK), जुबैर की गिरफ्तारी पर भड़क उठे हैं। उन्होंने की ट्वीट किए और सरकार पर तीखा हमला बोला। KRK ने पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की हाफिस सईद के साथ की तस्वीर शेयर की और लिखा कि “मैं इतना ही जानता हूं कि अगर इस पत्रकार का नाम मोहम्मद जुबैर है तो हाफिज सईद से मिलने के लिए उसे फौरन ही फांसी पर लटका दिया जाएगा। भारत मैं नाम की इतनी ही वैल्यू है। आप चाहें माने या ना माने। यह सिर्फ आपकी इच्छा है।”
अन्य ट्वीट में KRK लिखा कि ‘गुलामी तो किसी को भी पसंद नहीं, और आजादी कोई देना ही नहीं चाहता! आजादी के पाने के लिए लड़ना पड़ता है! आजादी के लिए विद्रोह करना पड़ता है! कुर्बानियां देनी पड़ती है! देशद्रोही भी कहलवाना पड़ता है! तब कहीं जाकर आजादी नसीब होती है!’ KRK ने आगे लिखा कि ‘जब पूज्य बापू महात्मा गांधी ने सत्याग्रह किया था, तो उनको यह मालूम था कि अंग्रेज कार्रवाई करेंगे! लेकिन फिर भी बापू ने फिर भी सत्याग्रह किया था!
लाठियां भी खाई थी! वो सिर्फ उनकी मर्जी थी! वहीं RSS वालों ने यह कहा था, कि ना ही हमें लड़ना है, ना ही हमें आज़ादी चाहिए और ना ही हमें लाठियां खानी है! यह उन सभी की मर्जी थी!’
वहीं जानेमाने अभिनेता प्रकाश राज ने लिखा कि ‘ अब फिर से कायरों की तलाश हो रही है, मैं मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी की निन्दा करता हूं। जागो इंडिया कि इससे पहले हम अपनी ही आवाज खो दें। क्रोनोलॉजी को समझो।’
मोहम्मद जुबेर की इस प्रकार से गिरफ्तारी को लेकर मोदी सरकार इस मामले में कठघरे में खड़ी नजर आ रही है, जिसपर मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला करने के आरोप हैं। कई दिग्गज नेता और मीडियाकर्मी भी मोहम्मद जुबैर की गिरफ़्तारी की सख्त आलोचना कर रहे हैं तो वहीं, बीजेपी समेत कुछ लोग ऐसे भी लोग हैं जो इसका समर्थन कर रहे हैं।
मोहम्मद जुबैर की गिरफ़्तारी के बाद विपक्षी दल समेत मीडिया के कई बड़े दिग्गज उसके समर्थन में आए हैं। कांग्रेस, TMC सहित दलों ने इस गिरफ़्तारी का विरोध किया और इसे गिरफ्तारी को सत्य की आवाज दबाने का प्रयास बताया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “BJP की नफरत कट्टरता और झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उसके लिए खतरा है। सत्य की एक आवाज को गिरफ्तार करोगे तो एक हजार आवाज और पैदा हो जाएगी। अत्याचार पर सत्य की हमेशा ही जीत होगी।”
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TMC (तृणमूल कांग्रेस) की सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा, “मोहम्मद जुबैर को एक बनावटी मामले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि मिसेज फ्रिंज शर्मा सुरक्षा के साये में अपनी लाइफ इन्जॉय कर रही हैं।” साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत कई बड़े बड़े नेताओं ने भी इस गिरफ़्तारी का विरोध किया है।
इसके अलावा राजदीप सरदेसाई, शबनम हाशमी, कविता कृष्णन, राना अय्यूब, शशि थरूर ने भी खुलकर इस गिरफ़्तारी का विरोध किया है। यहाँ तक कि सोशल मीडिया पर #IStandWithZubair, #FreeZubair जैसे ट्रेंड भी देखने को मिले। डिजिटल समाचार मीडिया संगठनों ने भी मोहम्मद जुबेर की गिरफ़्तारी की निंदा की है।
वहीं, ऑल्ट न्यूज़ के पत्रकारों और स- संस्थापकों ने कहा की उन्हें FIR की कॉपी तक नहीं दी गई। Alt News के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने कहा कि, “एक अलग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था लेकिन मोहम्मद जुबेर को इस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें जरूरी नोटिस भी नहीं दिया गया था, अब गिरफ्तारी के बार बार अनुरोध के बावजूद भी हमें FIR की कॉपी तक नहीं दी जा रही है।”