Imran Khan No Confidence Vote: आज यानी रविवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सत्तासीन PTI प्रमुख और प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी पर सत्तारूढ़ PTI के डिप्टी स्पीकर ने ऐन मौके पर विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया। थोड़ी ही देर बाद राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री इमरान खान के अनुरोध पर पाकिस्तान की संसद भंग कर दी। कुछ हफ्तों पहले विपक्ष द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के ना-नुकुर और हाई प्रोफाइल ड्रामे के बाद आखिर सरकार पिछले दिनों पाकिस्तान के निचले सदन यानी नेशनल असेंबली में चर्चा के लिए तैयार हुई थी जिसपर आज वोटिंग होनी थी।
बता दें कि इमरान सरकार के गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टी पीक्यूएम और एक अन्य सहयोगी दल ने पिछले महीने सरकार से अलग होने का फैसला कर लिया था। दोनो पार्टियों के इमरान सरकार से हाथ खींच लेने के बाद सरकार अल्पमत में आ गयी थी।
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फिलहाल अब पक्ष विपक्ष की आपसी खींचतान का नतीजा यह निकला कि देश मे समय से पहले मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं।सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए देश मे 90 दिनों के भीतर आम चुनाव करवाने का आदेश दिया है।
ज्ञात हो कि इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले कहा था कि अभी उनके पास एक विकल्प बाकी है।वह शायद इसी विकल्प की बात कर रहे थे।हालांकि इस नतीजे की उम्मीद राजनीतिक विश्लेषक पहले से कर रहे थे। जानकारों को यह उम्मीद नहीं थी कि इमरान खान विपक्ष द्वारा फैलाये गए जाल में आसानी से फंस जाएंगे।यदि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग को सरकार तैयार हो जाती तो निश्चित ही इमरान को कुर्सी छोड़नी पड़ती।
इस सबके बीच इमरान खान ने सरकार पर आए संकट के टलने के बाद एक बार फिर से इसे अमेरिका की साजिश करार दिया है।पिछले सप्ताह इस्लामाबाद में हुई रैली में एक चिट्ठी लहराते हुए उन्होंने दावा किया था कि यह चिट्ठी उनकी सरकार गिराने के लिए विपक्षी दलों को अमेरिका की तरफ से लिखी गयी थी।हालांकि विपक्षी दलों ने इसका विरोध करते हुए मांग की थी कि उस चिट्ठी को सार्वजनिक किया जाए।
कुर्सी खतरे में आते ही इमरान खान अब पाकिस्तानी जनता को अपनी तरफ करने में लगे हुए हैं।उन्होंने सियासी संकट आने के बाद कई दफे आवाम से भावुक अपील करते हुए विपक्ष के विरोध में सड़कों पर उतरने का आह्वान कर चुके हैं।राष्ट्रपति द्वारा संसद भंग किये जाने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा मध्यावधि चुनाव करवाने के फैसले का स्वागत करते हुए इमरान खान ने कहा कि देश को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
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विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह देश को गृहयुद्ध की ओर धकेल रहे हैं। उनके मुताबिक ऐसे कदम पाकिस्तान में अस्थिरता और बढ़ाएंगे।दरअसल इमरान खान की सरकार इस वक्त अल्पमत में थी और यह वह जानते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होते ही उनकी सरकार गिरनी तय थी ऐसे में इमरान खान के पास कोई विकल्प नहीं था
सरकार भले ही अल्पमत में हो किंतु इमरान खान हार मानने को तैयार नहीं हैं।पिछले दिनों उन्होंने बयान दिया था कि वह किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे और आखिरी गेंद तक मुकाबला करेंगे।ज्ञात हो कि पाकिस्तान के इतिहास में आजतक कोई भी प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है।
Imran Khan No Confidence Vote शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के मुख्य विपक्षी दल PML-N प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं।वह सबसे लंबे समय तक पाकिस्तान के सबसे सम्रद्ध पंजाब सूबे के मुख्यमंत्री रहे हैं । ज्ञात हो कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ परिवार सहित लंदन में निर्वासित हैं।ज्ञात हो कि 342 सदस्यीय निचले सदन में शाहबाज शरीफ के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन को बहुमत प्राप्त है और आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद उन्हें विपक्षी गठबंधन का प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किया जा सकता था।