सबसे ऊंचे पुल की बात करते हैं तो यह प्रतिष्ठा अब तक तो युरोप के पास ही थी क्योंकि अभी तक तो दुनिया में सिर्फ यूरोप में ही 137 मीटर ऊंचा पिलर वाला रेलवे पुल है, लेकिन अब हमारे लिए खुशी की बात है क्योंकि जल्द ही यह बहुमान हमें मिलने वाला है। जी सही पढा आपने अब हमारे देश में बनेगा विश्व का सबसे ऊंचा पुल, और इतना ही नहीं विश्व के सबसे ऊंचे पिलर वाले पुल( Bridge )पर अगले साल से ट्रेन भी दौड़नी शुरू हो जाएगी। विश्व का सबसे ऊंचा यह पुल Northeast के इंफाल में बन रहा है। इस पुल के ज्यादातर पिलर तो तैयार भी हो गए हैं। इसके बाद इस पुल से ट्रेन का संचालन भी शुरू हो जाएगा। पिलरों पर बनने वाला यह पुल 703 मीटर लंबा होगा। इस पुल का निर्माण इंफाल के नोने पर हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी पूर्वोत्तर के राज्यों में रेल कनेक्टीविटी पर खास फोकस कर रहे हैं, इसलिए पुल निर्माण का काम बहुत ही तेजी से चल रहा है।
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पूर्वोतर ( Northeast) के इंफाल में बन रहे इस पुल के लिए ज्यादातर पिलर तैयार हो चुके हैं और बचे हुए दो पिलरों का काम भी जल्द ही पूरा हो जाएगा और इसके बाद पुल से ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा। पिलरों पर बनने वाला पुल 703 मीटर लंबा होगा। ब्रिज के निर्माण का कार्य खत्म होते ही संचालन भी जल्द ही शुरू हो जाएगा।
पूर्वोत्तर के राज्यों में नेशनल कैपिटल कनेक्टीविटी के अंतर्गत कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसके तहत ही मिजोरम की राजधानी इंफाल को भी गुवाहाटी से रेल मार्ग द्वारा जोड़ा जा रहा है। अब जिरीबाम से इंफाल तक 111 किमी. लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में 14322 करोड़ रुपये कुल लागत का अनुमान किया जा रहा है और अब तक अंदाजन 11000 रुपये खर्च भी हो चुके हैं।
इस प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर संदीप शर्मा ने पुल की खासियत बताते हुए कहा कि दुनिया के सबसे ऊंचे पिलर वाले रेलवे पुल में कुल 7 पिलर बनाए जाने हैं। इन पिलरों के जरिए जिरीबाम और इंफाल रेल लाइन द्वारा जुड जाएंगे। इस पुल के निर्माण के के लिए 7 पिलर बनाना आवश्यक है जिनमें से पांच पिलर तो बनकर तैयार भी हो चुके हैं और जल्द ही बचे हुए दो पिलर भी तैयार हो जाएंगे। इसके बाद पुल पर ट्रैक बिछाने समेत अन्य कामों को भी जल्द से जल्द पूरा करके अगले साल के अंत तक ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
चीफ इंजीनियर के मुताबिक इस पुल के पिलर की ऊंचाई 141 मीटर है, जो कुतुबमीनार से भी दो से दोगुना से भी अधिक है। यह विश्व का सबसे ऊंचा पिलर पर बनने वाला पुल है। अभी तक तो विश्व में यूरोप में सी 137 मीटर ऊंचे पिलर पर पुल बना हुआ है, लेकिन हमारे देश में जिरीबाम का यह पुल बनने के बाद यह विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे का पुल होगा। इंजिनियर ने बताया कि इस पुल के निर्माण में कई चैलेंज थे। इसके बावजूद भी ज्यादातर काम पूरा किया जा चुका है।
इंफाल से जिरीबाम की दूरी अभी तो 220 किमी है, जिसे सड़क मार्ग से पूरा करने में 12 घंटे के करीब लग जाते हैं, लेकिन यह रेलवे लाइन चालू होने के बाद यह दूरी 111 किमी रह जाएगी, जिसे सिर्फ दो से ढाई घंटे में ही पूरा किया जा सकता है। यानी लोगों का 10 घंटे के करीब समय बच जाएगा।