Gorakhpur: गर्मी से बेहाल गोरखपुर वासियों के चेहरों पर मुस्कान की लहर दौड़ गई जब मानसूनी बादलों में जमकर बारिश करना शुरू किया। बढ़ती धूप और गर्मी से पूरे जनपद की जनता परेशान थी। गर्मी का आलम ये था कि लोग बाग-बगीचों और एसी-कूलर का सहारा ले रहे थे। कई बार बादलों की आवाजाही होती रही लेकिन बारिश ना होने की वजह से लोग गर्मी से बेहाल और परेशान दिख रहे थे। कल देर रात शुरू बारिश से लोगों के चेहरे खिलखिला उठे तो वही गलियों में बच्चे बारिश में मस्ती करते हुए दिखाई दिए।
इस पोस्ट में
Gorakhpur समेत पूर्वांचल के कई जिलों में बारिश ना होने की वजह से अभी तक धान की रोपाई बाधित थी। कुछ जगहों पर सीमित संसाधनों जैसे पंप सेट आदि से कुछ किसानों ने धान की रोपाई कर ली थी किंतु उनको यह चिन्ता सता रही थी कि बारिश नहीं हुई तो धान की फसल चौपट हो जाएगी। हालांकि आज रात देर बारिश से किसानों में आगे भी अच्छी बारिश की उम्मीद जग गई है। किसानों के चेहरे खिलखिला उठे हैं तो वही वह जोर-शोर से धान की रोपाई और सिंचाई की व्यवस्था जुट गए हैं।
देर बारिश के कारण जनपद में पिछले 11 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया। यह 11 वर्ष बाद हुआ कि गोरखपुर में जुलाई तीसरे हफ्ते तक बारिश ना हुई हो। Gorakhpur में जून के समय प्री-मानसून और मानसूनी बादल जमकर बरसते हैं। हालात तो इस कदर हो जाते हैं कि शहरी इलाके जलमग्न हो जाते हैं और अधिकांश इलाके बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं।
इनका कहना है कि निरहुआ को ये जिताये है, प्यार में धोखा खाये ये, तब 80 रूपये किलो वाला लड्डू बाटे थे
तेज गर्मी और धूप की वजह से आम जनता का जीना मुश्किल हो रहा था। कल रात देर से ही सही लेकिन होने वाली बारिश ने आम लोगों को बढ़ती गर्मी से राहत दे दी है। लोगों के चेहरे पर मुस्कान की लहर साफ देखी जा सकती है।
देर से आई बारिश का बच्चों ने जमकर लुत्फ उठाया और बारिश में खूब मस्ती की।जगह जगह बच्चे गलियों में पानी से खेलते,भीगते,और छतों पर मस्ती करते हुए नजर आए।
बहरहाल, इस बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत जरूर दे दी है