First Bike in The World: 10 NOVEMBER 1885 को दुनिया की पहली मोटरसाइकिल को पेश किया गया था। इस मोटरसाइकिल को GERMAN के इंजीनियर Gottlieb Daimler ने निर्मित किया था।
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बाइक प्रेमियों के लिए के लिए 10 नवंबर की डेट बहुत खास है। सन 1885 में इसी दिन जर्मन इंजीनियर (German Engineer) डेमलर ने इस दुनिया की सबसे पहली मोटरसाइकिल को पेश किया था, जिसका नाम डेमलर रीटवेगन (Gottlieb Daimler) या RIDING CYCLE था। इसको इन्सपुर या SINGLE TRACK के नाम से भी जाना जाता है। डेमलर ने इस बाइक को विल्हेम मेबैक के साथ मिलकर बनाया था। यही वजह है कि डेमलर को मोटरसाइकिल का फादर भी कहा जाता है।
आज हम बिना बाइक के दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते आधुनिक संसाधनों में वाहन के रूप में प्रयोग किए जाने वाला सबसे ज्यादा अगर कोई साधन है, तो वह है मोटरसाइकिल। आज मोटरसाइकिल छोटे बड़े अमीर गरीब सबके घरों में देखने को मिल जाता है। कुछ शौकीन लोग शौकिया तौर पर दर्जनों बाइक अपने पास रखते हैं हमारे लोकप्रिय खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ही बाइक के ज्यादा शौकीन हैं और उनके पास दर्जनों बाइक हैं।
लेकिन दोस्तों क्या आपको पता है कि यह लोकप्रिय बाइक को कब किसने और कहां बनाया था? 137 साल पहले बाइक को किसने बनाया था तथा दुनिया की सबसे पहली बाइक कैसी थी?
THREE STEAM SYSTEM और दो पहियों वाली इस मोटरसाइकिल की तस्वीरें कई बार सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। हालांकि इससे पहले स्टीम इंजन से चलने वाली BIKE बन चुकी थी, लेकिन पेट्रोल से चलने वाली यह पहली मोटरसाइकिल थी।
इसमें एक विशेष तरह का कंबूसन इंजन लगा था। ये ऐसा इंजन था, जिसके अंदर पेट्रोलियम पदार्थ जलता रहता था। दरअसल, डेमलर ने 1861 में एक बार पेरिस का यात्रा किया था। इस दौरान उन्होंने एटिने लेनोइर के बनाए गए पहले कंबूसन इंजन को देखा। आटो की कंपनी ने पहला सफल कंबूसन इंजन बनाया था। हालांकि तब इंजन साइज के हिसाब से बहुत बड़ा था। फिर धीरे-धीरे इसका साइज छोटा किया गया।
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वर्ष 1884 में डेमलर ने वर्ल्ड की पहली मोटरसाइकिल को लेकर काम करना शुरू किया। उसे PETROLEUM रीटवेगन के रूप में पेटेंट कराया गया था। डेमलर और उनके बिजनेस पार्टनर विल्हेम मेबैक ने स्माल और हाईस्पीड वाले इंजन को बनाने पर जोर दिया। 1883 में उन्होंने होरिजेंटल सिलेंडर का LAY OUT तैयार किया, जिसे लिक्विड पेट्रोलियम से CHARGE किया जाता था। इससे इंजन को तेज स्पीड मिलती थी। साल 1885 में डेमरल ने वर्टिकल सिलेंडर वर्जन तैयार किया, जिसका इस्तेमाल TWO WHEELER में किया गया और इसे ही पेट्रोलियम रीटवेगन (राइडिंग कार) नाम दिया गया।