Egypt: पुरातात्विक खोज करने वाले वैज्ञानिक इतिहास की जड़े खंगालने में हमेशा जुटे रहते हैं। अभी तक इतिहास से जुड़ी कई सारी जानकारियां इन्हीं खोजों के माध्यम से हासिल हुई हैं। चाहे वो हड़प्पा सभ्यता हो या मेसोपोटामिया का इतिहास, पुरातात्विक खोजों के कारण से ही इनके बारे में जानकारी हासिल हुई है। इस बार भी Egypt में खोज के दौरान ऐसी चीजें मिली हैं।
जिसको देखकर हर कोई दंग रह गया है। मिस्त्र के कब्रिस्तान में सदियों पुराने पनीर के टुकड़े मिले हैं। यह पनीर के टुकड़े 2600 वर्ष पुराने बताए जा रहे हैं। पनीर एक बर्तन में रखा हुआ मिला है। एक तरफ जहां घरों में रखा पनीर दो-तीन दिन के अंदर खराब हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ 2600 वर्ष पुराने पनीर का मिलना किसी अजूबे से कम नहीं है।
इस पोस्ट में
बता दें कि Egypt में मिला पुराना पनीर मिट्टी के बर्तन में मिला है। जिस पर प्राचीन भाषा में लेख भी लिखे हुए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार इस पनीर में बकरी एवं भेड़ के दूध के अंश हैं। मिस्त्र में पनीर को Halloumi (हाॅलौमी) कहा जाता है। बकरी एवं भेड़ के दूध से बना पनीर स्वाद में हल्का नमकीन की तरह होता है। पनीर को लेकर पुरातात्विकों का यह कहना है कि यह पनीर मिस्त्र के 26वें या फिर 27वें साम्राज्य के समय का है।
आस्ट्रेलिया ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की वर्ष 2018 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक एक ऐसे ही बर्तन की खोज पहले भी हुई थी। जिसमें जो पनीर मिला था वो 3200 वर्ष पुराना था। उस पनीर को ही दुनिया का सबसे पुराना पनीर कहां गया था एवं उसके टेस्ट करने को लेकर चर्चा भी चल रही थी।
दिन भर घूम घूम कर गाती हैं तब रात में रोटी पाती हैं बड़ी वायरल हो रही है लड़कियां
अनोखी है Queen के ताज की कहानी, 100 साल पुरानी कब्र खोदकर निकाला और दिया दान
चूंकि एक्सपर्ट्स ने ऐसा किसी भी सूरत में ना करने की सलाह दी। एक्सपर्ट की तरफ से यह कहा गया कि ये पनीर गंभीर बीमारियों से घिरा हुआ है। इसलिए इसे खाना किसी भी हाल में ठीक नहीं होगा। हालांकि एक्सपर्ट्स भी अपनी जगह सही थे क्योंकि हजारों वर्ष से उस पनीर के अंदर कितना कुछ बदल गया होगा। जो शायद आज के वक्त में इंसान के शरीर के लिए बिल्कुल भी मुफीद ना हो।
यह पनीर Egypt के सक्कारा कब्रिस्तान में ही है। सक्कारा में लंबे समय से खुदाई का काम चल रहा है। हालांकि इस कब्रिस्तान में पनीर से पहले भी कई सारी चीजें खोजी जा चुकी है। सक्कारा कब्रिस्तान में 4500 वर्ष पुराने सूर्य मंदिर की भी खोज की जा चुकी है। यहां पर पुराने बिल्लियों तथा देवी-देवताओं की मूर्तियां, पुराने मकबरे एवं ताबूत भी मिल चुके हैं। सक्कारा दुनिया के सात अजूबों में से एक मिस्त्र के पिरामिड से 15 मीलों की दूरी पर ही है।