( covovax vs novavax ) कोवोवैक्स वेक्सीन के सितंबर में लॉन्च होने की उम्मीद

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( covovax vs novavax ) नोवाबैक्स वैक्सीन या कोवोवैक्स वैक्सीन

( covovax vs novavax ) नोवावैक्स वैक्सीन ही भारत में कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन के नाम से लांच की जाएगी।

( covovax vs novavax ) कोरोना की दूसरी लहर के बाद लोगों के अंदर डर है। जिस तरह दूसरी लहर में लोगों की मौतें हुई हैं उन्हें देखकर लोग डरे सहमे हैं और लोगों का डर जब और भी बढ़ जाता है जब सुनने में आता है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक है। लेकिन बच्चों को सुरक्षित करने के लिए सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया जुलाई में बच्चों पर नोवावैक्स वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर सकती है। इस साल सितंबर तक सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा भारत में नोवावैक्स (Novavax ) वैक्सीन लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।

( covovax vs novavax ) नोवावैक्स (Novavax) वैक्सीन या कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन :-

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( covovax vs novavax ) इस वैक्सीन का औपचारिक नाम Nvx-COV2373 है इससे अमेरिकी बायोटेक्नोलॉजी कंपनी Novavax  द्वारा विकसित किया गया है यह वैक्सीन SARS -CoV-2 वायरस की सतह पर स्थित स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करती है गौरतलब है कि स्पाइस रूटीन के कारण ही प्रोटीन के कारण ही वायरस आसानी से शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश कर जाता है और अपनी संख्या में वृद्धि करने लगता है इसे 2 डिग्री सेल्सियस और 8 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान पर स्टोर किया जा सकता है जिस व्यक्ति को क्लीनिकल ट्रायल के चरण- 3 में काफी असरदार पाया गया है।

( covovax vs novavax ) सितंबर तक नोवाबैक्स वैक्सीन लॉन्च किए जाने की उम्मीद

( covovax vs novavax ) नोवावैक्स और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के बीच एक समझौता हुआ है जिसके तहत नोवावैक्स ने सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को नोवावैक्स बनाने तथा भारत सहित निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में वैक्सीन की आपूर्ति का लाइसेंस दिया है।

कैसे तैयार हुई कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन :-

( covovax vs novavax ) कोवोवैक्स वैक्सीन बनाने के लिए शोधकर्ताओं ने स्पाइक प्रोटीन उत्पन्न करने वाले वायरस के जेनेटिक सीक्वेंस का एक भाग लिया और इसे बैकुलोवायरस (Baculoviruses) के अंदर डाला गया ।बैकुलोवायरस रोगजनक होते हैं जो कीड़ों पर हमला करते हैं इसके बाद इस मॉडिफाइड बैकुलोवायरस  से लैब में कीड़ों  से कोशिकाओं को संक्रमित करवाया गया ताकि कीड़ों की कोशिकाएं ऐसे प्रोटीन का उत्पादन करें, जो संरचना में SARS-CoV-2  स्पाइक प्रोटीन के समान हो । फिर इन प्रोटीन को शुद्ध करके ‘Matrix M ‘ नामक एक बिलयन में मिला दिया गया इस तरह वैक्सीन तैयार कर ली गई।

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( covovax vs novavax ) बच्चों पर जुलाई से नोवाबैक्स  वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो सकता है

( covovax vs novavax ) टीके में स्थित यह प्रोटीन प्रतिरक्षा प्रणाली को यह विश्वास दिलाता है कि उस पर SARS-CoV-2 वायरस का हमला हो रहा है परिणाम स्वरूप शरीर से असली वायरस समझकर इससे लड़ने के लिए इम्यून रिस्पांस देना शुरू कर देता है।

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