लालू सिर्फ हंसी- मस्करा नहीं बल्कि राजनीति के विज्ञान है जानिए कैसे

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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति एक ऐसे महान शख्सियत है ऐसे खिलाड़ी हैं जो अभी चारा घोटाला के मामले में सजा काट रहे हैं बिहार से कई किलोमीटर दूर झारखंड के एक अस्पताल में बीमारी से जूझ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी राजनीति में उनकी एक मजबूत पकड़तो है ही राजनीति से दूर रहने के बावजूद भी सत्ता को अपने नाम लेने पर मजबूर करने की एक विशेष योग्यता रखते हैं.

बिहार की राजनीति के दो प्रमुख चेहरे लालू और नीतीश कुमार. राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव और जनता दल के प्रमुख हैं नीतीश कुमार .

दूर रहकर भी बिहार की राजनीति में बसते हैं,

बिहार का लोकसभा चुनाव या राज्यसभा चुनाव लालू का जिक्र तो होना ही होना है.राजनीति से दूर जाकर भी एक राजनीति से अपनी उपस्थिति जाहिर करते रहते हैं और सत्ता पक्ष के लिए मुसीबतें भी बनते रहते हैं .अपने बयान बेतुकी बात अब बात करने का एक अलग अंदाज लालू को देश में ही नहीं विदेशों में भी एक अलग पहचान देता है.यही बेबाकी और हंसी मस्करी उनको और राजनेताओं से अलग करता है.

लालू का स्वभाव है अलहदा

कभी नीतीश कुमार और रामविलास पासवान के साथ अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले लालू की आज अपनी एक अलग पहचान है. कुशल राजनीतिक कहे जाने वाले लालू अपने राजनीतिक विरोधी नीतीश कुमार पर जुबानी हमले भी करते हैं. उन पर तमाम आरोप लगाने वाले सुशील मोदी पर भी तीखे प्रहार करते हैं. इन सब के ठीक उतर राजनीतिक संबंधों के बाद व्यवहारिक जीवन में बेटी की शादी में गले भी लगाते हैं.

2004 मैं बने थे रेल मंत्री कुली आज भी याद करते हैं,

राबड़ी देवी के हीरो है लालू,

2004 में लोकसभा चुनाव मेंं जेडीयू की करारी हार के बाद लालू बने थे रेल मंत्री. और इस दौरान उन्होंने रेलवे को मुनाफे लाकर सबको चकित कर दिया. इस दौरान रेलवे की सफलता को समझने के लिए हावर्ड यूनिवर्सिटी और अन्य कई विदेशी संस्थानों के विशेषज्ञ भारत का दौरा किया. आज भी कुली लालू को याद करते हैं और कहते हैं कि लालू जैसा मंत्री नहीं मिलाजन्मदिन पर भी राबड़ी देवी ने लालू को जन्मदिन की बधाई दी और जल्द स्वस्थ होने की कामना की.

राजनीति के साथ ही हंसी मस्करी के लिए मशहूर है लालू,

लालू की बेबाकी और हंसी मस्करी के वैसे तो कई वाकया हैं लेकिन कुछ ऐसी वीडियो हैं जिसे देख कर आज भी लोग हंसा करते हैं. चाहे संसद में दिया गया उनका बयान हो या हेमा मालिनी को लेकर की गई मस्करी. लोग उन्हें खूब याद करते हैं. एक बार एक महिला पत्रकार ने लालू से 9 बच्चों के बारे में पूछा तो लालू ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से बच्चे पैदा नहीं हो रहे हैं पता नहीं क्यों?

लालू का जुमला था दत्त बुड़बक,

लालू को जब पता चला कि हेमा मालिनी उनकी फैन है. तब लालू ने कहा कि अगर हेमा मालिनी मेरी फैन है तो मैं उनका एयरकंडीशनर.उन्होंने यह भी कहा कि वह बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गाल जितना मुलायम बना देंगे. लालू यादव का एक शब्द दत्त बुड़बक लोग आज भी इसका प्रयोग करते हैं और उसको याद करते हैं.

Brijendra Kumar

Founder and Chief Editor

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