Akhilesh Yadav: Azamgarh जिले में लोकसभा उपचुनाव की हलचल तेज हो गई है। ऐसे में सारे राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी नुमाइंदों को मैदान में उतारने की तैयारी में जुट गई है। चूंकि अभी बीजेपी और सपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। लेकिन ऐसे में इस बार का ये उपचुनाव बहुत ही दिलचस्प माना जा रहा है। जिसको देखते हुए नामांकन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। नामांकन के दूसरे दिन भाजपा के नेता तथा भाजपा के सभापति प्रत्याशी दिनेश लाल यादव मंगलवार को आजमगढ़ पहुंचे। जनता व नेताओं का मन टटोलने में लग गए। चूंकि चुनाव के बाद से निरहुआ एक बार फिर से भाजपा के लिए संजीवनी का काम कर सकते हैं।
इसी क्रम में भाजपा नेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह कहा है कि अब तक बीजेपी ने टिकट की घोषणा नहीं की है। लेकिन वो यह समझने आए हैं कि आजमगढ़ के लोग क्या चाहते हैं? लोग सरकार से जुड़ना चाहते हैं या विरोध में रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के लोगों के पिछड़ने का एक बड़ा वजह यह है कि यहां के लोग सरकार के साथ नहीं चलते हैं।
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भाजपा नेता दिनेश लाल यादव और सुभाष पासी हरिऔध नगर, हीरापट्टी स्थित एक निजी अस्पताल के डायरेक्टर के आवास पर पहुंचे। वहां पर उनका जमकर स्वागत किया गया। वहां पर भाजपा के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। इसी अवसर पर सुभाष पासी का जन्मदिन था। तो उन्होंने केक काटकर उपस्थित सारे लोगों का मुंह मीठा कराया तथा उत्तम स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। इसी अवसर पर कुछ प्रमुख समाजसेवियों ने अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया।
इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी नेता दिनेश लाल यादव ने यह कहा कि आजमगढ़ की जनता ने Akhilesh Yadav को एक बड़ा मौका दिया था। लेकिन वह छोड़ कर चले गए। उन्होंने यह कहा कि अभी टिकट की भी घोषणा नहीं हुई है। लेकिन वह जिले की नब्ज को टटोल रहे हैं कि यहां के लोग आखिर चाहते क्या हैं? किसके साथ चलेंगे, सरकार के साथ या विरोध में। निरहुआ ने कहा कि जहां तक हम लोगों का सवाल है। तो हम यह चाहते हैं कि यहां भारतीय जनता पार्टी जीते, क्योंकि भाजपा की सरकार डबल इंजन वाली है।
यहां की जनता अगर सरकार के साथ जुड़ती है। तो ये लोगों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा। उन्होंने यह कहा कि आजमगढ़ ना तो किसी का गढ़, जाति, धर्म, जड़, भाषण के लिए नहीं बल्कि अपने आजमगढ़ के लिए बटन दबाना चाहिए।
दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने यह कहा कि अखिलेश यादव नेता प्रतिपक्ष बने हैं। अच्छा काम है वह अपना काम कर रहे, यह भी अच्छी बात है। वह सरकार के कामकाज पर सवाल उठाएंगे तो और भी अच्छा रहेगा, क्योंकि महाराज जी की सरकार गरीबों की सरकार है। तो Akhilesh Yadav अपना कर्म कर रहे तथा सरकार अपना काम कर रही है। निरहुआ ने यह बताया कि वो पिछले 10 साल से आजमगढ़ को जानते हैं तथा पहचानते हैं। उन्होंने कई फिल्में आजमगढ़ में किया। उन्हें आजमगढ़ की जनता पर पूरा भरोसा है, एवं आप सभी जानते हैं कि इस उपचुनाव से सरकार को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
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बीजेपी संगठन के लिहाज से आजमगढ़, गोरखपुर क्षेत्र का ही हिस्सा है। लिहाजा चुनावी तैयारियां तथा प्रत्याशीता पर क्षेत्रीय कमेटी मंथन कर रही है। सूत्रों के अनुसार कई दावेदार सामने आए हैं। लेकिन दिनेश लाल यादव निरहुआ की दावेदारी इस बार मजबूत मानी जा रही है। पार्टी नेताओं का यह कहना है कि विधानसभा चुनाव में निरहुआ के गानों ने धूम मचाई थी। इसके साथ ही बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया था। निरहुआ लगातार ही क्षेत्र में रहते हैं। जनता से संवाद भी कर रहे हैं।