जब पाप का घड़ा भर जाता है तो अपने आप फूट जाता है ऐसा ही हुआ है हमारे तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकार अर्नब गोस्वामी के साथ ।पार्थो दासगुप्ता के केस के इन्वेस्टिगेशन के दौरान अरनव गोस्वामी की चैट मुंबई पुलिस के हाथ लग गई । इस मोबाइल चैट में बड़े बड़े खुलासे हुए हैं जो देश के लिए अहम है।
यह व्हाट्सएप चैट अर्नब गोस्वामी की मानसिकता और झूठी देशभक्ति की पोल खोलता है।
यहां सवाल यह उठता है कि अर्णब गोस्वामी को बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पहले से जानकारी कैसे मिली । यह सीक्रेट जानकारी मिलिट्री से कैसे लीक हुई। इस चैट में अर्नब गोस्वामी ने कहा है कि इस स्ट्राइक से देश की जनता खुश होगी और चुनाव में इसका लाभ हो सकता है।
पुलवामा अटैक से सारा देश सदमे में था इस अटैक से हमारे लगभग 40 जवान शहीद हो गए। इस समय देश असीम दुख में था लेकिन घटिया मानसिकता वाला अर्नब गोस्वामी अपनी टीआरपी का जश्न मना रहा था। अर्नब गोस्वामी 40 जवानों की शहादत पर दुखी नहीं था बल्कि इस बात से खुश था कि उसकी टीआरपी सबसे ज्यादा है और उसका चैनल अन्य चैनलों की अपेक्षा 20 मिनट पहले ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है।
अर्नब गोस्वामी ने अपने व्हाट्सएप चैट में जज को खरीदने तक की बात कही है। इससे कोर्ट पर भी निष्पक्ष ना होने के सवाल उठते हैं।
अर्नब गोस्वामी जज को खरीदने की बात करते हैं। उसे स्ट्राइक होने से पहले ही जानकारी मिल जाती है। पुलवामा अटैक पर खुशियां मनाने वाले अर्नब गोस्वामी जो अपने चैनल द्वारा जनता को झूठ का जहर परोसते हैं। देश में असली देशद्रोही हैं।