Categories: Bollywood news

Amitabh Bachchan सीधे-साधे नहीं थे बचपन के दिनों में, अमिताभ बोले- लड़कियों के स्कूल जाता था स्कूल की दीवार फांद कर..

Published by

Amitabh Bachchan: हिंदी सिनेमा के दिग्गज महानायक अमिताभ बच्चन किसी शो को होस्ट करें और मजेदार किस्से का जिक्र भी ना करें, ऐसा कभी हो ही नहीं सकता। वर्ष 2000 में अमिताभ बच्चन ने KBC (कौन बनेगा करोड़पति) को Host करना शुरू किया था। तब से लेकर आज तक बिग बी ने कंटेस्टेंट एवं दर्शकों के साथ अपनी जिंदगी से जुड़े कई सारे खुलासे किए हैं। इन दिनों वो “कौन बनेगा करोड़पति” का 14वां Season host कर रहे हैं। गेम के बीच कभी वो अपने स्ट्रगल के दिन याद करते हुए नजर आते हैं। तो कभी नई चीजों को सीखने के लिए भी बेताब दिखते हैं।

Amitabh Bachchan

नैनीताल का स्कूल Amitabh Bachchan को याद आया

अभी हाल ही के एपिसोड में हॉट सीट पर उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले प्रशांत शर्मा नजर आए। प्रशांत शर्मा से बात करते हुए अमिताभ ने यह कहा कि नैनीताल मेरे लिए एक करीबी जगह रहा है, क्योंकि वो वहां अपनी स्कूलिंग के लिए गए थे। हालांकि अमिताभ बच्चन ने अब स्कूल के दिनों का मजेदार किस्सा शेयर किया है। दरअसल KBC 14 के लेटेस्ट एपिसोड में नैनीताल के रहने वाले प्रशांत शर्मा हॉट सीट पर बैठे थे। चूंकि प्रशांत शर्मा होटल मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के डीन है। अमिताभ एवं प्रशांत ने एक दूसरे के साथ खूब सारी बातचीत की। इसी बीच अमिताभ बच्चन ने अपने स्कूल के दिनों का किस्सा शेयर किया है।

Amitabh Bachchan

Bihar का ऐसा सरकारी स्कूल जो झोपड़ पट्टी में चल रहा

11 आरोपियों की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट का सख्त रवैया, गुजरात सरकार को नोटिस जारी कर 2 हफ्ते में मांगा जवाब

दीवार इस कारण से फांद जाते थे अमिताभ

अमिताभ बच्चन ने बचपन के समय का खुलासा किया है कि उनकी स्कूलिंग भी नैनीताल में हुई है। जब प्रशांत ने उनसे यह पूछा कि उनका फेवरेट रेस्तरां कौन सा था। इस पर बिग बी ने यह बताया कि उस वक्त रोटी के साथ एक पकोड़ा बहुत बढ़िया बनता था, जहां पर हमारा कॉलेज था। आलू की सब्जी होती थी, रोटी में बांधकर मिलती थी। खाने में भी बहुत अच्छा लगता था। हम उसके लिए दीवार तोड़कर बाउंड्री वाल तोड़ कर जाते थे।

Amitabh Bachchan

Amitabh Bachchan ऐसा काम करते थे लड़कियों को देखने के लिए

बता दें कि अमिताभ बच्चन सिर्फ रेस्तरां के लिए नहीं बल्कि लड़कियों को देखने के लिए भी अक्सर दीवार फांद जाया करते थे। उन्होंने मजेदार किस्सा बताते हुए यह कहा कि हमारे लिए चारदीवारी से भागना बहुत आसान था, क्योंकि हमारे स्कूल के बगल में ही एक गर्ल्स स्कूल था और हम उन्हें देखने के लिए हमेशा दीवार से चढ़कर जाते थे।

Recent Posts