Categories: राजनिति

Akhilesh Yadav Resign: लोकसभा से अखिलेश यादव और आजम खान ने दिया इस्तीफा, सपा प्रमुख ने सांसद का पद क्यों छोड़ दिया?

Published by
Akhilesh Yadav Resign

Akhilesh Yadav Resign: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से तो आजम खान रायपुर की सीट से विधायक बने रहेंगे। विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को मिली हार के बाद से कयास यह लगाए जा रहे थे कि अखिलेश सांसद पद पर बने रहेंगे। जबकि मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट छोड़ देंगे। हालांकि ऐसे ही कयास आजम खान को लेकर भी लगाए जा रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

अखिलेश यादव ने अपनी इस फैसले से सियासी पंडितों को चौंका दिया है। हालांकि अखिलेश यादव के इस फैसले को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता से ही क्यों इस्तीफा दिया?? वो विधायक क्यों बने रहना चाहते हैं?

अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति नहीं छोड़ना चाहते

Akhilesh Yadav Resign बता दें कि बतौर सांसद अखिलेश यादव मैक्सिमम टाइम दिल्ली में गुजारते थे। इसी के चलते उन पर उत्तर प्रदेश से दूरी बनाने का कई बार आरोप भी लगता रहा है। हालांकि इस बार मिली हार के बाद से अखिलेश ने अपनी रणनीति बदली है। दिल्ली की राजनीति करने के बजाय उत्तर प्रदेश की राजनीति पर ही फोकस करना चाहते हैं।



अखिलेश यादव ने भाजपा पर कसा तंज

सरकार को घेरेंगे विधानसभा में

Akhilesh Yadav Resign भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से सपा ने रामगोविंद चौधरी को नेता प्रतिपक्ष बनाया था। अब अखिलेश यादव खुद ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बन सकते हैं। इसके जरिए ही वो आसानी से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेर सकते हैं। वहीं पर आजम खान जैसे 9 बार विधायक रहे नेता अगर उत्तर प्रदेश में सदन में मौजूद रहते हैं तो उनके अनुभव का भी समाजवादी पार्टी को फायदा होगा।


इतनी तेज धूप में आखिर क्यों इतने दिनों से रोड के बीच बने गढ़े में सो रहा ये आदमी

योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण से पहले दिया विधान परिषद से इस्तीफा, सितंबर 2017 में बने थे एमएलसी

2024 Election की तैयारी

दरअसल लोकसभा में इस्तीफा देने से यह साफ हो गया है कि अब वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं। अब अखिलेश यादव कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। यही वजह है कि उनका फोकस अब सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश पर रहेगा।

कोशिश विपक्ष को मजबूत बनाने की

Akhilesh Yadav Resign साल 2017 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद से अखिलेश यादव वापस दिल्ली की राजनीति में कूद पड़े थे। इसके चलते ही उत्तर प्रदेश में विपक्ष काफी कमजोर हो गया था। इसका नतीजा था कि 2019 तथा 2022 में भारतीय जनता पार्टी के आगे विपक्ष पस्त हो गया। लेकिन अब अखिलेश यादव अपनी पुरानी गलती को नहीं दूर आना चाहते हैं।



Recent Posts