Uttar Pradesh के बस्ती जिले में पुलिस ने बेसिक विभाग के परिषद विद्यालय में फर्जी तरीके से 12 साल शिक्षक के रूप में काम करने वाले व्यक्ति पर नकेल कस दी है. वहीं नटवरलाल को पकौलिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दरअसल मई 2022 में विभागीय जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी शिक्षक को बर्खास्त कर केस दर्ज किया गया था. आपको बता दें कि, पिछले महीने की शुरुआत में जिले में एसटीएफ की जांच में पता चला था कि वह फर्जी तरीके से दूसरों के कागजात पर एक परिषद स्कूल में सहायक शिक्षक के रूप में 12 साल से नौकरी कर रहा था.
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दरअसल, Uttar Pradesh के बस्ती पुलिस की जांच में पता चला कि महराजगंज जिले के शिक्षक भानुप्रताप यादव के कागजात पर काम करने वाले आरोपी का असली नाम राम गोपाल है, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. वहीं, जिले के कप्तान ने आरोपी रामगोपाल पर 15 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की थी.
वहीं, पकुलिया थाना प्रभारी के अनुसार प्रखंड शिक्षा अधिकारी गौर ओंकार नाथ वर्मा की शिकायत के आधार पर भानुप्रताप यादव को सहायक शिक्षक पूर्व माध्यमिक विद्यालय जलालाबाद गौर के खिलाफ गलत तरीके से कागजात पेश कर नौकरी मिल गयी. वहीं, 14 मई को आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. जहां पुलिस टीम ने उसे परसगना तिराहे से गिरफ्तार किया. वहीं, पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी राम गोपाल संत कबीर नगर जिले के दौलतपुर गांव का रहने वाला है.
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आपको बता दें कि इससे पहले ऐसा ही एक मामला बस्ती जिले में सामने आया था। जहां सोनघई प्रखंड के काउंसिल कम्पोजिट स्कूल खझौला में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थापित राजेश कुमार का चयन 2010 में हुआ था. वहीं, एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि राजेश कुमार को दूसरों के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर नौकरी मिली. जहां इसी नाम के असली शिक्षक राजेश कुमार अयोध्या जिले के मिल्कीपुर प्रखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय नरेंद्र भाड़ा में पदस्थापित हैं. ऐसे में उसके कागजातों का गलत इस्तेमाल कर बस्ती में तैनात फर्जी शिक्षक को नौकरी मिल गई. इस दौरान बीईओ की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.