नेताओं के उल्टी-सीधी बयानबाजी से तो आप सभी परिचित होंगे, लेकिन कई बार यह बयान बाजी इतना अतिवादी होती है की सुनकर शर्म आती है और कारनामे देखकर आश्चर्य होता है,अब लोकतंत्र में सबको आवश्यकता से अधिक आजादी प्राप्त है जिसका दुरुपयोग करके लोग लोकतंत्र पर धब्बा लगाते हैं,आज हम आपको कुछ नेताओं के ऐसे ही शर्मनाक बयान और घटिया कारनामों के बारे में बताने वाले हैं।
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सबसे पहले हम आपको भाजपा के विधायक अरविंद बेलार्ड के एक बेतुके बयान के बारे में बताते हैं, यह बयान यूक्रेन में गोलीबारी के दौरान दिवंगत हुए भारतीय छात्र नवीन शेखर अप्पा से संबंधित है नवीन की के बाद उसके शव को भारत लाने के प्रयास पर भाजपा विधायक द्वारा जो बयान दिया गया वह मानवता को आहत करने वाला और शर्मसार बयान है.
आप सभी को पता होगा कि यूक्रेन में गोलीबारी के दौरान दिवंगत फेल छात्र नवीन के मृत शरीर को भारत वापस लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही हैं, इसी बीच भाजपा विधायक ने एक उटपटांग सा बयान जारी करते हुए विवाद खड़ा कर दिया,आपको बता दें कि भाजपा विधायक अरविंद बेलार्ड ने कहा कि जितनी जगह में नवीन का शव लाया जायेगा उतनी ही जगह में यूक्रेन में फंसे 10-11 लोग आ जाएंगे ,नवीन के शव को भारत लाने के प्रयास पर इस तरह की दार्शनिक था यह सिद्ध करती है कि अरविंद बेलार्ड,नवीन के मृत शरीर की कोई मानता ही नहीं समझते संभव है कि अरविंद बेलार्ड के लिए नवीन का मृत शरीर कोई महत्व ना रखता हूं लेकिन नवीन के माता-पिता और रिश्तेदारों के लिए वह मानवीय संवेदना का विषय है अतः अपने इस बेतुके बयान से अरविंद बेलार्ड नवीन से जुड़े लोगों की मानवीय संवेदनाओं को आहत कर रहे हैं जो कि नाचो तो उचित है ना ही लोकतांत्रिक।
दूसरा हैरान कर देने वाला कारनामा एक सरपंच का है उड़ीसा के गजपति जिले के एक गांव के, बारिक शबर प्रधान चुनाव के लिए पर्चा भरा था लेकिन चुनाव में उसकी हार हो गई हार से वह व्यक्ति इतना आहत हो गया कि उसने 5 गांव में अनैतिक गतिविधियां करना शुरू कर दी, पंचायत चुनाव हारने के बाद बारिश शबर ने 5 गांव को जोड़ने वाली सड़क को ही खोद डाला साथ ही स्ट्रीटलाइट्स को उखाड़ दिया और इतना ही नहीं लोग आ-जा न सकें इसके लिए उसने रास्ते पर बड़े-बड़े पत्थर रखती है जनप्रतिनिधि बनने की राह को निकले बारिक शाबिर का यह कारनामा इतना हैरान कर देने वाला है यह आप स्वयं समझ सकते हैं।
अगला कारनामा एक कांग्रेस के विधायक का है जिनका नाम है राजेंद्र बिधूड़ी यह मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ का है जहां पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी ने एक एसएचओ को फोन करके धमकाते हुए उसको 7 मिनट 30 सेकंड में कुल 103 गालियां दे डाली इसे अपनी बेइज्जती समझते हुए सचिव संजय गुर्जर ने अपने उच्च अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया और अपने तत्काल ट्रांसफर की अपील की,हालांकि विधायक राजेंद्र बिधूड़ी का कहना है कि यह उन पर झूठा आरोप है और जो वीडियो या जिस ऑडियो की बात की जा रही है वह एडिटेट है उसमें उनकी आवाज नहीं है।
बहरहाल प्रथम दृष्टया यही स्पष्ट हो रहा है कि यह कारनामा कांग्रेसी विधायक ने ही किया है आप इस बात का आकलन स्वयं कर सकते हैं कि एक जनप्रतिनिधि के द्वारा ऐसी हरकत किए जाना आम जनमानस को क्या संकेत देता है।