कोरोना के टीकाकरण अभियान में प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने भाषण में कहा कि कोरोना का टीका सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों पुलिस कर्मियों को दिया जाएगा जिससे जनता के मन में वैक्सीन के प्रति विश्वसनीयता बढ़ेगी। प्रधानमंत्री मोदी जी ने वैक्सीन की अफवाहो से दूर रहने के लिए कहा।
भारत देश की जनता का विश्वास वैक्सीन के प्रति और भी अधिक होता यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी खुद टीकाकरण अभियान में टीका लगवाते।
सवाल यह खड़ा होता है कि क्यों प्रधानमंत्री मोदी जी ने टीकाकरण नहीं करवाया। दुनिया के दूसरे बड़े देशों ने वैक्सीन टीकाकरण सबसे पहले प्रधान सेवक से शुरू हुआ है जिससे जनता में वैक्सीन के प्रति विश्वसनीयता रह सके।
संयुक्त राज्य अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन सबसे पहले टीकाकरण करवाया। जिससे वैक्सीन पर कोई सवाल खड़े ना कर पाए।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन कोरोना वैक्सीन का टीका सबसे पहले खुद को लगवाया ताकि जनता के मन में वैक्सीन के प्रति मन में संशय ना रहे।
ब्रिटेन में प्रिंस फिलिप और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को सबसे पहले कोरोना का टीका लगाया गया उन्होंने कहा की उन्हें कोरोना वैक्सीन लगने की जानकारी सार्वजनिक की जाए जिससे अटकलें समाप्त हो जाए।
लेकिन हमारे देश में प्रधानमंत्री मोदी जी तो दूर की बात है एक भी मंत्री ने कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है। और दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर टीम ने कोवैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया है इससे कोरोना वैक्सीन पर सवाल खड़े होते हैं की प्रधानमंत्री मोदी जी के मन में कोरोना वैक्सीन के प्रति संशय है क्या इसलिए टीका नहीं लगवाया।