Eid Milad-Un-Nabi 2023: उत्तर प्रदेश के बरेली में दरगाह आला हजरत ने अंजुमन कमेटियों से ईद ए मिलाद के खास मौके पर जुलूस के दौरान डीजे का इस्तेमाल नहीं करने की रिक्वेस्ट की है।
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दरअसल दरअसल ईद ए मिलाद के जुलूस में डीजे बजाने पर बैन का आदेश दिया गया है। उसी के बाद जिम्मेदार लोगों ने डीजे नहीं बजाने का फैसला लिया है।
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इसी सिलसिले में दरगाह आला हजरत के मौलवी और पुलिस ऑफिसर्स ने बातचीत करके इस बात पर सहमति बनाई है कि अगर कोई अंजुमन डीजे सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।
दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन जमात रजा-ए-मुस्तफा के महासचिव फरमान हसन खान (Eid Milad-Un-Nabi 2023) ने कहा, “इस मौके पर, लोग आमतौर पर अपनी गाड़ियों को सजाते हैं और डीजे सिस्टम के साथ जुलूस निकलते हैं।
अक्सर ही यह डीजे सिस्टम हरियाणा, दिल्ली और दूसरे इलाकों से मंगवाएं जाते हैं। इस साल हमने लोगों से अपील की है कि वह डीजे का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करें, इसके बजाय रोशनी से जगमगाते हुए ट्रेडिशनल जुलूस निकालना पसंद करें।
ऐसा फैसला लेने की वजह यह है कि कहीं कमेटियों ने जुलूस के लिए पहले से ही डीजे बुक कर लिए थे। इसी वजह से आला हजरत के मौलवियों ने इस बात पर गौर लेते हुए यह फैसला लिया है। इस्लाम धर्म के महान पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्म के दिन के अवसर पर ईद-मिलाद-उन-नबी (Eid Milad-Un-Nabi 2023 ) 28 और 29 सितंबर को मनाया जाएगा।
Eid Milad-Un-Nabi 2023, इसके अलावा फरहान हसन खान ने कहा कि स्थानीय सरकार प्रशासन को एक निवेदन देते हुए बरेली में ईद ए मिला के मुबारक मौके पर शराब पर बैन लगाने की गुजारिश की है।
ईद मिलाद की जुलूस में डीजे सिस्टम का इस्तेमाल न करने की गुजारिश हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक धार्मिक मूल्यों का पालन करने का एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। ऐसा करके, लोग इस खास मौके को और भी पवित्र बना सकते हैं और समुदाय में आपसी समझ और शांति को प्रोत्साहित कर सकते हैं।