Categories: News

Kanpur MMS कांड में गिरफ्तार हुईं वार्डन और हॉस्टल संचालक को मिली जमानत, पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल

Published by
Kanpur MMS

Kanpur MMS: कानपुर के काकादेव स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल में सफाईकर्मी द्वारा छात्राओं के नहाते हुए वीडियो बनाये जाने का मामला हाल ही में सामने आया था जिसमें आरोपी सफाईकर्मी सहित हॉस्टल संचालक और वार्डन को हिरासत में लिया गया था । अब जानकारी सामने आ रही है कि हॉस्टल संचालक मनोज पांडे और वार्डन सीमा पाल को जमानत मिल गयी है ।

हालांकि पुलिस कह रही है कि ये जमानत उन्हें कोर्ट से मिली है। हॉस्टल में रह रहीं लड़कियों के सफाईकर्मी द्वारा अश्लील वीडियो बनाने का पूरा मामला अभी ढंग से खुला भी नहीं था कि संचालक और वार्डन को बेल मिल गयी । ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।

सफाईकर्मी जेल में जबकि वार्डन और संचालक आ गए बाहर

Kanpur MMS

कानपुर की कोचिंग मंडी के तौर पर मशहूर काकादेव में हजारों छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं । जहां कानपुर और आसपास क्षेत्र से हजारों छात्र छात्राएं यहां रोज कोचिंग करने के लिए आते हैं तो कुछ यहीं हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते हैं । काकादेव के तुलसीनगर इलाके में स्थित साईं निवास हॉस्टल में रह रही छात्राओं के नहाते हुए वीडियो बनाने वाले आरोपी सफाईकर्मी ऋषि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जबकि वार्डन और संचालक भी हिरासत में लिए गए पर अपनी पहुंच के चलते वह शनिवार को ही जमानत पर बाहर आ गए ।

बताया जाता है कि हॉस्टल संचालक की पुलिस के बड़े अधिकारियों से साठगांठ है । ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं । वहीं पुलिस का कहना है कि ये जमानत उन्हें अदालत से मिली है वरना पुलिस ने तो इन पर गम्भीर धाराएं लगाईं थीं ।

अधिकतर लड़कियों ने छोड़ दिया हॉस्टल

Kanpur MMS

काकादेव स्थित साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं छात्राएं अश्लील MMS वीडियो सामने आने के बाद हॉस्टल छोड़ रही हैं । MMS वीडियो कांड से पहले तक इस हॉस्टल में करीब 55 छात्राएं रहती थीं । बताया जाता है कि छात्राओं ने हॉस्टल की फीस पहले ही जमा कर दी थी वहीं सफाईकर्मी ऋषि द्वारा आपत्तिजनक वीडियो बनाने के बाद छात्राएं घबरा रही हैं । ज्यादातर छात्राओं ने हॉस्टल छोड़ दिया है जबकि कुछ अभी भी वहां रह रही हैं ।

छात्राओं के परिजनों को सता रहा है डर

Kanpur MMS

Kanpur MMS कांड सामने आने के बाद छात्राओं के परिजनों ने छात्राओं को हॉस्टल से निकालकर दूसरे जगहों पर शिफ्ट करने लगे हैं । वहीं छात्राओं के परिजनों को डर भी सता रहा है। बता दें कि छात्राएं हॉस्टल से निकलकर काकादेव में ही अन्य हॉस्टल में शिफ्ट होने लगी हैं लेकिन परिजनों को उनकी सुरक्षा की चिंता सता रही है क्योंकि तुलसीनगर स्थित हॉस्टल के संचालक मनोज पांडे का पूरी कोचिंग मंडी में जान पहचान है और वह छात्राओं को परेशान कर सकता है ।

वार्डन पर लगा था केस दबाने का आरोप

Kanpur MMS

5000 वर्ष बाद भी कैसा है भगवान श्री कृष्ण का घर, यशोदा मैया की रसोई

Kanpur में नाबालिग छाप रहा था नकली नोट,अब तक 3 लाख खपाये, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

काकादेव स्थित हॉस्टल में छात्राओं के नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में हॉस्टल की वार्डन पर केस दबाने का आरोप छात्राओं ने लगाया था । सफाईकर्मी द्वारा चोरी छुपे अश्लील वीडियो बनाने के बाद छात्राएं वार्डन के पास शिकायत लेकर गईं थीं । आरोप है कि वार्डन सीमा पाल ने छात्राओं से चुप रहने और बदनामी का डर दिखाकर मुंह न खोलने की हिदायत दी थी जबकि वार्डन का कहना है कि लड़कियों ने मुझसे ऐसी कोई शिकायत नहीं की ।

वहीं शिकायत करने पर थाने के दरोगा ने लड़कियों से कहा था कि क्यों कोर्ट कचहरी के चक्कर मे पड़ रही हो। वहीं हॉस्टल में एसपी सुरेंद्र तिवारी के नाम की जो नेमप्लेट लगी थी उसके बाबत जॉइंट कमिश्नर ने एसपी से पूछताछ की थी उन्होंने उस हॉस्टल से अपना कोई भी सम्बन्ध नहीं बताया है । अधिकारी ने कहा कि नाजायज फायदा लेने के लिए नेम प्लेट लगाई गई थी । वहीं उन्होंने जानकारी दी कि हॉस्टल जिस बिल्डिंग में संचालित है वह रमेश सोमानी की है ।

ये है पूरा मामला

Kanpur MMS

बीते दिनों काकादेव स्थित साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब छात्राओं को पता चला कि सफाईकर्मी ऋषि उनके नहाते समय कमरे में मोबाइल रख कर चोरी छुपे वीडियो बनाता था । जानकारी मिलते ही हॉस्टल की छात्राओं ने ऋषि का मोबाइल लेकर चेक किया था जिसमें तमाम आपत्तिजनक वीडियो मिले थे जिसके बाद काकादेव स्थित हॉस्टल में हड़कम्प मच गया था । वहीं पुलिस ने ऋषि को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था जबकि उसके मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ।

Kanpur MMS, पुलिस ने छात्राओं को भरोसा दिलाया है कि मोबाइल में मौजूद आपत्तिजनक वीडियो को सार्वजनिक नहीं होने दिया जाएगा । बता दें कि हॉस्टल संचालक ने इस पूरे मामले में अपनी भूमिका होने से इनकार किया है जबकि सफाईकर्मी ऋषि को दोषी ठहराया है ।

Recent Posts