अलीगढ़ के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ने एक ऐसा विवादित बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में यह कहा कि मदरसे में आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जाती है तथा यहां से आतंकवादी तैयार किए जाते हैं। भगवान ने अगर उन्हें कभी मौका दिया तो वह देश के सारे मदरसे बंद करवा देंगे, क्योंकि मदरसे से जो भी पढ़ कर बाहर निकलता है वह आतंकवादी ही बनता है तथा उसकी सोच आतंकवादी होती है। उन्हें इस देश से किसी भी तरह आतंकवाद को खत्म करना है तो देश में चलने वाले मदरसों को खत्म करवाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री से आग्रह करते हैं कि देश में चलने वाले मदरसों को बंद कराया जाए।
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दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ने यह कहा कि मदरसे से सिर्फ और सिर्फ आतंकवादी ही निकलते हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र रहे आतंकवादी मन्नान वानी का जिक्र करते हुए यह कहा कि एएमयू से पढ़ाई करने वाला मन्नान वानी एक आतंकवादी था। वो भी तो जम्मू कश्मीर के मदरसे से पढ़ाई करके आया था। जिस मदरसे से ऐसे लोग निकलते हैं। यही कारण है कि देश में चलने वाली मदरसों को बंद कराया जाना चाहिए। हालांकि उनके इस विवादित बयान के बाद से ही अलीगढ़ में उनका विरोध होना शुरू हुआ है।
राज्य मंत्री ने अपने बयान के दौरान ही कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में केवल 250 मदरसे ही संचालित थे। लेकिन अगर आज की तारीख में देखा जाए तो यहां 22000 मदरसे चल रहे हैं। इन सभी में सिर्फ और सिर्फ आतंकी ट्रेनिंग दी जा रही है। इसीलिए इन सारे मदरसों को तत्काल बंद होना चाहिए। राज्य मंत्री के पास अगर भविष्य की पावर आई तो वह तत्काल मदरसों को बंद करने का काम करेंगे।
राज्य मंत्री ने कहा कि आज जितने भी आतंकी हैं तथा ‘आईएसआई’ एजेंट है, वो सारे मदरसों से निकले हुए हैं। आज केरल में इस्लामिक बाद चलाया जा रहा है तथा हिंदू बेटियों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। ऐसा इसलिए भी हो रहा है कि केरल में कम्युनिस्ट सरकार है। यही कारण है कि भारत को तत्काल एक्शन लेते हुए इंसाने मदरसों को बंद कराने के साथ ही साथ केरल में भी राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। जिससे देश में आतंकवाद को तो खत्म किया जा सके तथा शांति व्यवस्था भी बनाई जा सके।