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8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के जंगलों में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे थे। लेकिन आज सुबह ( बुधवार 15 दिसंबर ) वह जिंदगी की यह जंग हार गए हैं। उनके निधन की सूचना एयर फोर्स ने ट्वीटर के जरिए दी है। वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला से आते हैं उनका परिवार हमेशा से ही जल थल और वायु सेना के साथ जुड़ा हुआ है। वरुण सिंह के पिताजी रिटायर्ड कर्नल के पी सिंह आर्मी एयर डिफेंस रेजीमेंट में थे और वरुण सिंह के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह इंडियन नेवी में कार्यरत हैं। वरुण सिंह के परिवार का इतना शान दार बैकग्राउंड और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह खुद ही शौर्य चक्र और बेस्ट पायलट अवार्ड से सम्मान प्राप्त है।
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में घायल होने के बाद वरुण सिंह को वैलिंगटन के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत इतनी नाजुक थी कि उन्हें वहां से बेंगलुरु के एक अस्पताल में रेफर किया गया । पिछले 7 दिनों से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे थे लेकिन आज सुबह उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली और अपने आप को भारत माता के चरणों में समर्पित कर दिया। भारतीय वायु सेना ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि – “भारतीय वायु सेना बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए बेहद दुखी है, 08 दिसंबर 21 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में लगी चोटों के चलते वरुण सिंह का आज सुबह निधन हो गया है। भारतीय वायु सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।”
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