UP Police SI Bharti: UP Police SI Exam Scam, यूपी पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा चीटिंग मामले में लखनऊ पुलिस ने बीते 24 घंटों में 16 लोगों को महानगर इलाके से और युपी एसटीएफ ने कानपुर से एक अभ्यर्थी और एक सॉल्वर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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UP Police SI Bharti परीक्षा में गिरफ्तारी का सिलसिला काफी लंबे समय तक जारी ही रहा है। पिछले 24 घंटों में युपी एसटीएफ और लखनऊ पुलिस ने कुल मिलाकर 18 अभियर्थी को इस सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी अभ्यर्थियों ने सॉल्वर के सारी ही लिखित परीक्षा पास कर ली थी और फिजिकल टेस्ट देने के लिए राउंड पर पहुंच चुके थे। सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में अब तक सौ से भी अधिक जाल साजों का पर्दाफाश हो चुका है।
साल 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के द्वारा आयोजित 9534 पदों पर सब इंस्पेक्टर रैंक के लिए भर्ती परीक्षा में जालसाजो की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी ही रहा है। इस सिलसिले में बीते 24 घंटे में लखनऊ पुलिस ने 16 व्यक्तियों को महानगर इलाके से और यूपी एसटीएफ ने 1 अभ्यर्थी, 1 सॉल्वर को कानपुर से धर कर जेल के हवाले कर दिया है।
वहीं लखनऊ, वाराणसी, कानपुर,मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर,आगरा और बरेली से अब तक ऐसे 108 जालसाज अभ्यर्थी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं जिन्होंने सॉल्वर के जरिए लिखित परीक्षा पास कर ली थी। अब इस मामले में अब तक जिलों में 26 एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं और अभी भी 200 से अधिक अभ्यर्थी जांच के दायरे में है।
इस बार सब इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा ऑनलाइन हुई थी। प्रदेश भर के सभी कंप्यूटर सेंटर पर ऑनलाइन परीक्षा में 160 सवाल पूछे गए थे। 40-40 सवालों के भागों को हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया गया था। पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने जब लिखित परीक्षा का परिणाम बनाकर ऑनलाइन परीक्षा में candidate response log को चेक किया गया तो अफसर भी हैरान रह गए थे।
करीब 250 अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने 150 सवाल हल किए हुए थे। इस बार बोर्ड को यह अंदेशा था कि तेजस्वी से तेजस्वी अभ्यर्थी भी सिर्फ 130 से 135 सवाल ही हल कर पाएगा। लेकिन जब 150 सवाल हल करने वाले अभ्यर्थी मिले तो अफसरों की आंखें खुली रह गई और सभी के response log को चेक किया गया।
दरअसल इस ऑनलाइन परीक्षा में यह डेटा भी दर्ज हुआ था कि किस अभ्यर्थी ने सवालों को हल करने में कितना समय दिया। प्रत्येक सवाल को हल करने में लगे समय को देखते हुए भर्ती बोर्ड ने जब ऐसे अभ्यर्थियों का रिस्पांस लॉग चेक किया तो अफसरों के होश ही उड़ गए। 200 से अधिक अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने महज 2 घंटे की परीक्षा में एक घंटा या उससे भी अधिक समय में एक भी सवाल हल नहीं किया,
लेकिन अचानक आधे घंटे में ही उन्होंने डेढ़ सौ सवाल का जवाब दे दिया। यही कैंडिडेट रिस्पांस लॉग उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन चुका है।
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भर्ती बोर्ड ने लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित करने के बाद DVPST (यानी Document Verification and Physical Standard Test) के लिए बुलाया गया था। इस चरण में 150 सवाल हल करने वाले अभ्यर्थियों से अफसरों ने सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे तो उनको वह भी नहीं आए। अफसरों ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरे खेल का पर्दाफाश हो गया। अब तक की जानकारी में यह साफ हो चुका है कि जिन कंप्यूटर सेंटर पर ऑनलाइन परीक्षा हुई है, वहां से ही स्क्रीन शेयरिंग के जरिए परीक्षा केंद्र के बाहर बैठे सॉल्वरों ने पेपर हल किए थे और इसके एवज में तगडी रकम भी वसूल की गई थी।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के महानिदेशक आरके विश्वकर्मा के मुताबिक कैंडिडेट रिस्पांस लॉग के जरिए अब तक 108 अभ्यर्थियों को चिन्हित कर संबंधित जिलो से गिरफ्तारी की गई है। अब तक इस मामले में 26 FIR भी दर्ज हो चुकी है, इतना ही नहीं इस जालसाजी के मामले में कई परीक्षा केंद्रों के सेंटर मैनेजर भी नामजद किए गए है।