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कासगंज : यूपी पुलिस द्वारा बनाई गई अल्ताफ की संदिग्ध मौत की कहानी फ्लॉप

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देश के राज्यों में  उत्तर प्रदेश अपराध के मामले में सबसे आगे हैं। यहां सिर्फ मनमानी का राज चलता है। पुलिस की मनमानी , राजनेताओं की मनमानी और इनकी मनमानी के आगे संविधान और कानून पानी मांग जाते हैं। यदि यूपी पुलिस चाहे तो किसी को भी, किसी भी जगह, किसी भी समय उठा सकती है। इतना ही नहीं यूपी पुलिस तो आरोपियों के आरोप सिद्ध किए बिना ही दुनिया से उठा देती  है चाहे वास्तविक आरोपी बाहर घूम रहे  हो।

पुलिस कस्टडी में 22 वर्षीय अल्ताफ की  संदिग्ध मौत :-

मृतक अल्ताफ और कासगंज एसपी

मामला उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला का है। जहां मृतक अल्ताफ (22) पुत्र चाहत मियां अहरौली गांव  के निवासी हैं। अल्ताफ किसी के घर में टाल्स लगाने के काम में जाता था। उस घर की लड़की लापता हो गई तो उसके घरवालों ने अल्ताफ पर शक जताया। 8 नवंबर को रात 8:00 बजे जब अल्ताफ अपने घर वालों के साथ खाना खा रहे थे। तब पुलिस पहुंची और पूछताछ के लिए अल्ताफ को कासगंज कोतवाली ले गई। रात भर अल्ताफ कोतवाली में ही रहा जब सुबह अल्ताफ के पिता चाहत मियां कोतवाली अपने बेटे से मिलने पहुंचे तो पुलिस वालों ने चिल्लाकर गालियां देकर उन्हें वहां से भगा दिया। बाद में अल्ताफ की घर वालों को खबर मिली कि अल्ताफ ने कोतवाली में फांसी लगाकर जान दे दी। तब अल्ताफ के परिवार के सदस्य रोते – बिलखते  हुए कासगंज- कोतवाली पहुंचे।

पुलिस वालों ने अल्ताफ की मौत पर क्या सफाई दी :-

जब अल्ताफ के माता-पिता घर वाले कासगंज कोतवाली पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है। जब पुलिस वालों से इसकी सफाई मांगी गई तो कासगंज एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने हास्यास्पद और हैरान करने वाली स्टोरी बताइ- कासगंज एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा कि- 22 वर्षीय आरोपी अल्ताफ बाथरूम गया और बहुत देर तक वापस नहीं आया तो देखा कि उसने अपने हुड की रस्सी से नल के पाइप से लटक कर फांसी लगाने की कोशिश की। आरोपी अल्ताफ को कासगंज जिला अस्पताल भेजा गया लेकिन पांच 10 मिनट में अल्ताफ की मौत हो गई।

यूपी पुलिस के मुताबिक इस नल की टोटी पर फांसी लगाकर अल्ताफ की मौत हुई

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा बनाई गई इस कहानी पर विश्वास किया भी जा सकता था। लेकिन जब आज तक न्यूज़ चैनल की टीम कासगंज कोतवाली गई । और वहां बाथरूम में लगे हुए नल को देखा तो सारी टीम भोंचक्की रह गई। बाथरूम में केवल एक ही टॉटी वाला नल लगा हुआ था। और उसकी टोटी प्लास्टिक की थी। इसके अलावा बाथरूम में ना कोई पाइप, नाहीं किसी प्रकार की कुंडी थी। जिस पर लटक कर आरोपी जान दे सकता था। और जिस टोटी वाले नल की पुलिस बात कर रही है। वह जमीन से केवल 2 फीट ऊंचा है। जिस पर फांसी लगाने के लिए अल्ताफ को आधा या 1 फिट का होना चाहिए । लेकिन अल्ताफ की हाइट लगभग 5 फीट रही होगी । फिर यह कैसे संभव है कि वह जमीन से 2 फीट ऊंचे नल की टोटी पर फांसी लगा पाए।

मृतक अल्ताफ के पिता ने मीडिया से क्या कहा :-

मृतक अल्ताफ के पिता चाहत मियां ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि- ” मैंने 8 नवंबर को खुद अपने बेटे को घर से पुलिस वालों के हवाले किया। उस पर (अल्ताफ) लड़की को भगाने का आरोप था। जब मैं चौकी आया तो मुझे भगा दिया गया। आज 24 घंटे बाद मुझे पता चला कि मेरे बेटे को हवालात में फांसी लगा दी गई है। बड़े थाने (कासगंज सदर कोतवाली) में यह घटना हुई है। मैंने पुलिस वालों को अपनी बेटे को सौंपा था । इसलिए मुझे शक है कि पुलिस वालों ने ही फांसी लगाई है।”

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