इस पोस्ट में
ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है। शायद ही कोई नहीं जानता होगा कि ताजमहल को शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। ताजमहल की खूबसूरती को देखने के लिए दुनिया भर के देशों के लोग आते हैं। लोग ताजमहल को प्रेम की निशानी कहते हैं। आज तक तो दुनिया में एक ही ताजमहल था। वह भी भारत में लेकिन अब भारत में ही दो ताजमहल हो गए हैं। एक ताजमहल को तो सब जानते हैं जो शाहजहां ने मुमताज महल की याद में बनवाया था। लेकिन मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के आनंद चौकसी ने अपनी पत्नी के लिए ताजमहल बनवाया है। बुरहानपुर के आनंद चौकसी द्वारा बनवाया गया ताजमहल बाहर से बिल्कुल मुगल ताजमहल जैसा लगता है लेकिन आकार में छोटा है।
आगरा का ताजमहल पता नहीं किस तकनीक से बनाया था। लेकिन बुरहानपुर के ताजमहल के बारे में इंजीनियर बताते हैं कि इस इमारत को बनाने के लिए हमें बहुत सी मुश्किलें आयी और इस इमारत को बनाने के लिए उन्हें ताजमहल का सूक्ष्म अध्ययन करना पड़ा। ताजमहल में 4 बैडरूम है- दो नीचे और दो ऊपर, एक लाइब्रेरी, एक रसोई और एक मेडिटेशन रूम है। बुरहानपुर के ताजमहल में अंदर की गई नक्काशी के लिए बंगाल और इंदौर के कलाकारों की सहायता ली गई। फर्नीचर के लिए मुंबई के कलाकार से सहायता ली गई है। अभी तक इस ताजमहल को इंडियन कंस्ट्रक्टिंग , अल्ट्राटेक ,आउटस्टैंडिंग स्ट्रक्चर ऑफ एमपी का अवार्ड मिल चुका है। जैसे आगरा का ताजमहल रात में रोशन होता है । उसी प्रकार इंजीनियरों नहीं ऐसी लाइट फिटिंग की कि वह भी रात में रोशन होता है।
………………………………समाप्त ……………………..