Success Story Didi Group: अगर कोई तमाम मुसीबतों को मात देकर संघर्ष करते हुए सफलता कर लें, तो लोग उसकी मेहनत और हौसले को सलाम करते हैं।
आज यहां हम आपको ऐसी ही एक कहानी बता रहे है लखनऊ के दीदीज फ़ूड (Success Story About Didi’s Group) की सफलता की, जहां कई महिलाओं की एक टीम अपने दर्द को छिपाकर, कामयाबी के लिए संघर्ष करती हैं।
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लखनऊ के दीदीज फ़ूड के लड्डू, आचार, मसाले, कैटरिंग आदि के बिजनेस को हर घर और मार्केट तक पहुंचाने वाली एक महिला टीम (Didi’s Group ) में काम करने वाली सभी महिलाओं की अपनी-अपनी एक अलग स्टोरी है लेकिन, उनको साथ ले आया है उन सभी का जज्बा और हौसला। किसी को ससुरालियों ने घर से निकाल दिया तो किसी के साथ उसके अपने घरवालों ने भी गलत किया। लेकिन, बावजूद इन सभी मुसीबतों के इन महिलाओं ने कभी भी घुटने नहीं टेके और हार नहीं मानी। दीदी ग्रुप की सभी महिलाएं (Success Story Didi Group) अपनी किस्मत की लकीरों को मिटा कर एक नया अध्याय लिख कर लोगों के लिए एक मिसाल बन रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दीदीज फ़ूड (Lucknow’s self dependent Didi’s Group) की रसोई में काम करने वाली शशि ने अपनी कहानी बताते हुए कहती हैं कि उनके पति ने उसे मारा-पीटा, यहां तक की जलाकर मारने की कोशिश की थी। जब ज़ुल्म सितम से बच गई तो खुद पैरों पर खड़ा होना चाहती थी। तब Didi’s Food ने ही मौक़ा दिया और अब शशि के हाथ के बने हुए लड्डू और स्नैक्स के सभी दीवानें है।
करीब 15 साल पहले वीना आनंद (Success Story About Didi’s Group) ने जरूरतमंद महिलाओं को उनके पैरों पर खड़ा करने के लिए इसकी शुरुआत की थी। ये उनका हौसला ही था कि उनके पास आई किसी भी महिला को कभी वापस खाली हाथ नहीं लौटना पड़ा था। आज कई महिलाएं यहां (Lucknow’s Didi’s Group) जज्बे और हिम्मत के साथ काम करते हुए अपने बिखरे जीवन को समेटने की कोशिश कर रही हुई हैं।
शुरूआत में दीदीज फ़ूड (Didi’s Group) ने अचार, फिर मसाले, फिर लड्डू और धीरे धीरे नमकीन बेचना शुरू किया। उस अलावा केटरिंग का भी बिजनेस होने लगा। लखनऊ की इस ऑल वीमेन टीम ने अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी किस्मत को फिर से लिख कर परेशानियों को बौना साबित कर दिखाया।
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आज दीदीज फ़ूड (Didi’s Foo)d का खाना कई स्कूलों और टाटा जैसे बड़े प्रतिष्ठानों में दिया जाता है। यहां पैक होने वाले नमकीन से लेकर अचार बडे बडे मॉल में बेचे जाते हैं।
Success Story Didi Group, यहां हर बेसहारा महिलाओं को उनके पैरों पर खड़ा करने की एक सफल कोशिश की जाती है, जहां सभी महिलाएं एक टीम की तरह काम करती हैं। सिर्फ काम ही नहीं बल्कि यहां उन्हें शिक्षित भी किया जाता है। इसके अलावा अगर कोई महिला अन्य किसी अन्य क्षेत्र में महारत रखती हैं तो उन्हें उसी क्षेत्र में बढ़ाने का काम भी किया जाता है।