Sex Strike: अमेरिका में महिलाओं ने अब पुरुषों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है । अमरीकी महिलाएं अब पुरुषों के साथ सेक्स नहीं करेंगी । महिलाओं की यह नाराजगी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात कानून को खत्म करने की वजह से सामने आई है । बता दें कि अमरीकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में 50 साल पुराने गर्भपात कानून को खत्म कर दिया है जिसके बाद से गर्भपात करवाना कानूनन जुर्म हो गया है । इससे पहले तक गर्भपात महिलाओं का संवैधानिक अधिकार था जो कई दशकों से चला आ रहा था ।
अब इस कानून के खत्म होने से महिलाओं में भारी नाराजगी है और वह कई चीजों का सहारा लेकर इसकी मुखालफत कर रही हैं । अमरीकी महिलाओं के मुताबिक गर्भपात से वंचित किया जाना महिलाओं के साथ अत्याचार है । उन्होंने कहा है कि यदि गर्भपात कानून को वापस नहीं लिया गया तो वह पुरुषों के साथ सम्बन्ध नहीं बनाएंगी ।
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अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात कानून को बदलने पर अमेरिकी महिलाएं सड़कों पर उतर आईं हैं । वहां के कई शहरों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं । एक प्रदर्शन कारी महिला ने कहा कि वह दुनियाभर के पुरुषों से विनती करती हैं कि वह लोग हमारी भावनाओं को समझें और हमारे साथ विरोध करें । महिला ने कहा कि हम महिलाओं के दर्द को महसूस किया जाना चाहिए और गर्भपात का अधिकार छीना नहीं जाना चाहिए ।
अमेरिका की महिलाएं गर्भपात कानून में परिवर्तन किए जाने के खिलाफ सड़कों पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी मुखर होकर अपनी बात रख रही हैं । यही वजह है कि ट्विटर पर हैशटैग #SexStrike और #Abstinence ट्रेंड कर रहा है । महिलाएं इन हैशटैग के साथ न सिर्फ इस कानून का विरोध कर रही हैं बल्कि इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर बहस भी कर रही हैं । एक महिला ने इसी हैशटैग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यदि पुरूष उनकी भावनाओं को नहीं समझते और उनके साथ खड़े नहीं होते तो वह उनसे सम्बन्ध बनाने के लायक नहीं हैं ।
बता दें कि ट्विटर पर गर्भपात कानून के विरोध में ये दोनों हैशटैग तेजी से ट्रेंड कर रहे हैं और हजारों महिलाओं के साथ पुरूष भी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं ।
Sex Strike
वहीं एक ट्विटर यूजर ने #SexStrike हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए नए गर्भपात कानून को ईसाई मिशनरियों की करतूत बताया ।
बता दें कि गर्भपात के कानून में बदलाव करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 50 साल पुराने कानून को बदल दिया है । अब अमेरिकी महिलाओं के साथ साथ इस कानून के विरोध में अमेरिकी राष्ट्रपति जोए बिडेन भी आ गए हैं । उन्होंने इस कानून को गलत ठहराते हुए महिलाओं की तरफदारी की है । उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने महिलाओं को चिन्तित कर दिया है साथ ही उनका स्वास्थ्य भी खतरे में डाल दिया है ।
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उन्होंने महिलाओं को आश्वासन देते हुए कहा कि जिन राज्यों में गर्भपात कानून को मान्यता है वहां वह महिलाओं को इसके अधिकार दिलाने के लिए प्रयास करेंगे । बता दें कि गर्भपात को कानूनन अवैध करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी निंदा की है ।
नये गर्भपात कानून का विरोध कर रही बलात्कार पीड़िता माया डेमरी ने कहा कि महिलाओं को इस काले कानून के खिलाफ कानूनी दायरे में रहकर इसका हर प्रकार से विरोध किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम कोई कानून बना या खत्म तो कर सकते हैं किंतु उन महिलाओं का दर्द महसूस नहीं कर सकते जिन्होंने इन सब चीजों को झेला है । उन्होंने कहा कि आप उस महिला के दर्द की कल्पना नहीं कर सकते जिसका रेप हुआ हो और वह प्रेग्नेंट हो गयी हो । माया डेमरी ने आगे कहा कि महिलाओं के साथ गलत हो रहा जिसपर आंखे बंद नहीं की जा सकतीं ।