UP Police: अक्सर ऐसा देखने को नहीं मिलता कि सड़क पर एक ठेले पर कपड़े बेचने वाले की सिक्युरिटी के लिए आपको पुलिस वाले दिख जाए । आमतौर पर बड़े से बड़े व्यापारी और शो रूम के मालिकों तक को उनके लाख विनती करने पर भी पुलिस प्रोटेक्शन तब तक नहीं मिलती जबतक कि इसके लिए कानूनी आदेश न हो फिर ऐसा क्या हुआ कि एक ठेले वाले की सुरक्षा में 2 सशस्त्र पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात कर दिए गए ।
यह नजारा उत्तर प्रदेश के एटा स्थित जैथरा कस्बे का है जहां पर एक व्यक्ति पुलिस सुरक्षा में एक मामूली से ठेले पर रेडीमेड कपड़े बेचता नजर आ रहा है । सड़क पर आते जाते लोग यह नजारा देखकर हैरान रह जाते हैं जब लोग ठेलेवाले के पीछे बंदूकें लिए 2 सिपाहियों को बैठा देखते हैं ।
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दरअसल बात कुछ ऐसी है कि ये पुलिस प्रोटेक्शन इस ठेलेवाले को किसी और वजह से नहीं बल्कि कोर्ट के आदेश के बाद मिली है । रामेश्वर दयाल नाम के इस ठेलेवाले ने कुछ समय पहले पूर्व विधायक और उसके भाई के खिलाफ जबरन बैनामा करवाने और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था जिसके बाद पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर ये मुकदमा वापस लेने की मांग की थी । शनिवार को इस मामले में कोर्ट में दोनो पक्षों को पेश होने को कहा गया था ।
शनिवार को रसूखदार पूर्व विधायक रामेश्वर यादव, जुगेंद्र यादव के अलावा रामेश्वर दयाल को भी कोर्ट में पेश होने को कहा गया था । रामेश्वर जब कोर्ट में हाजिर हुआ तो जज ने उसे अकेला आया देख हैरानी जताई । कोर्ट ने रसूखदार लोगों के खिलाफ अकेले लड़ रहे रामेश्वर की सुरक्षा में पुलिस प्रोटेक्शन देने का आदेश दिया । उसके बाद एसएसपी उदयबीर सिंह कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए रामेश्वर की सुरक्षा में 2 सशस्त्र सिपाहियों को तैनात कर दिया ।
एटा के जैथरा निवासी रामेश्वर दयाल की माली स्थिति ठीक नहीं है । वह घर का खर्च चलाने के लिए कस्बे में सड़क किनारे एक हथठेले पर रेडीमेड कपड़े बेचते हैं । उनके पास अपनी कोई दुकान भी नहीं है । रविवार को जब वह ठेला लगाकर कपड़े की दुकान सजा रहे थे तब उनके पास 2 सिपाही आये । रामेश्वर ने समझा कि ग्राहक होंगे । लेकिन जब सिपाहियों ने बताया कि वह उनकी सुरक्षा के लिए आये हैं और यहीं मौजूद रहेंगे तो रामेश्वर को शर्म महसूस हुई । पहले तो उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है लेकिन फिर बाद में सिपाहियों के लिए ठेले के ही पास 2 कुर्सियों की व्यवस्था की ।
रामेश्वर ने बाद में बताया कि वह पुलिस की सुरक्षा में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं । अलीगंज के सीओ राजकुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को इस मामले की सुनवाई में वह भी गए थे । कोर्ट ने सुरक्षा मुहैया करवाने का आदेश दिया था जिसके बाद सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है ।
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कुछ समय पहले रामेश्वर दयाल ने अलीगंज से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, उनके भाई और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव , पूर्व लेखपाल रामखिलाड़ी , राममूर्ति, रेखा आदि पर जबरन उसकी भूमि का बैनामा करा लेने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दाखिल किया था । इसमें आरोप लगाया गया था कि पूर्व विधायक ने उनकी जमीन का जबरन बैनामा करवाकर उन्हें बंधक बनाकर रखा था । रामेश्वर ने आरोप लगाया था कि 2010 से 2014 तक कई बार इन लोगों ने बैनामा कराए थे ।
UP Police, आरोपी पूर्व विधायक और उसके भाई ने कोर्ट में याचिका डाल कर उनके द्वारा रामेश्वर के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग और जमीन बैनामा करा लेने का मुकदमा खारिज करने के लिए कोर्ट में याचिका डाली थी जिसकी सुनवाई शनिवार को थी । अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 जुलाई को होगी।