आज से संसद का 25 दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. इस दौरान कृषि कानूनों को रद्द करने समेत 36 विधेयकों को भी पारित कराया जा सकता है.आज संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कृषि कानून को रद्द करने के लिए विधेयक को लोकसभा में पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा इसे पेश किया जाएगा. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि पेगासस विवाद और दामो में बढ़ोतरी सहित अन्य मुद्दों पर भी विपक्ष सरकार पर हमला बोल सकती है.
इस पोस्ट में
सत्ता में मौजूद भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपने सांसदों के शीतकालीन सत्र उपस्थित रहने के लिए आज व्हिप जारी किया है.
तीनो कृषि कानून को रद्द करने के लिए विधेयक को पहले दिन लोकसभा में पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. इसे केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पेश करेंगे.
शीतकालीन सत्र की 19 बैठकों में केंद्र सरकार 36 विधायी विधेयक और एक वित्त विधेयक पेश कर सकती है.
मेघालय से लोकसभा की सांसद और नेशनल पीपुल्स पार्टी की अगाथा संगमा ने सरकार से संसद के आगामी सत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम को निरस्त करने का अनुरोध किया.
इस सत्र में कई अन्य महत्वपूर्ण बिलों विधेयकों को भी पारित कराया जाएगा. इनमें क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक भी शामिल हैं.
कल सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं हुए. इस मुद्डी पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने परंपरा के उल्लंघन से इनकार कर दिया और कहा, “प्रधानमंत्री की सर्वदलीय बैठक में शामिल होने की कोई परंपरा नहीं थी. इसकी शुरुआत मोदीजी ने की थी.”
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री के उपस्तीथ रहेने की आश लगाए बैठे थे. उन्होंने कहा, “हम कृषि कानूनों के बारे में और पूछना चाहते थे क्योंकि कुछ आशंकाएं हैं कि ये तीन कानून फिर से किसी और रूप में वापस भी आ सकते हैं.”
कल हुई बैठक में 31 दलों ने शिरकत की थी. किंतु, आम आदमी पार्टी ने बैठक के बीच में ही वॉकआउट कर लिया था. पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि उन्हें बोलने की रजामंदी नहीं है.
तेजी से विस्तार कर रही तृणमूल कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र से पहले आश्वासन दिया कि वह एकजुट विपक्ष का हिस्सा बनी रहेगी.
प्रहलाद जोशी ने कहा कि सरकार नियमों के तहत किसी भी मुद्दे पर सदन के पटल पर चर्चा करने के लिए हमेशा तैयार है. जोशी ने भी सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सहयोग का अनुरोध किया है.
सत्र में तृणमूल काँग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा, “RJD, DMK और CPM के बीच बहुत ही अंतर है. वे सभी कांग्रेस के चुनावी सहयोगी हैं. NCP-शिवसेना और JMM कांग्रेस के साथ सरकार चलाते हैं. कांग्रेस हमारी चुनावी सहयोगी नहीं है और न ही हम उनके साथ सरकार चला रहे हैं. यही अंतर है.”