Rajnath Singh: यूक्रेन और रूस संघर्ष का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार के दिन यह कहा कि इन दोनों देशों के युद्ध में एक बात तो स्पष्ट कर दी है कि सैन्य साजो सामान के मामले में आत्मनिर्भर होना भी बहुत ज्यादा जरूरी है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भी तीनों सेनाओं के तालमेल की जरूरत बताई। नौसेना की कमांडरों के सम्मेलन में भी राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में यह कहा है कि अभियानों में “संयुक्त रूप से काम करना” भविष्य में किसी भी युद्ध में अहम होगा तथा अन्य सामानों का पुर्तगाल एवं थिएटर सामानों की स्थापना भी जरूरी है।
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उन्होंने संवाददाताओं से यह कहा है कि मुझे यह जानकारी है कि समुद्री थिएटर सामान पर अध्ययन को लेकर काफी प्रगति हुई है। योजना के मुताबिक हर थिएटर कमान में सेना, नौसेना तथा वायु सेना की इकाइयां होंगी एवं यह सभी किसी भी विशेष भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भी एक अभियान कमांड के नेतृत्व में एक इकाई के रूप में भी काम करेंगी।
Rajnath Singh ने यह भी कहा कि दुनिया में मौजूद सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए हैं रूस तथा यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना किसी पर निर्भरता के आत्मनिर्भर होना भी अति महत्वपूर्ण है। सरकार ने बीते कुछ वर्षों में भारत को रक्षा विनिर्माण का केंद्र बनाने पर भी ध्यान दिया है।
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा है कि स्वदेश निर्मित पहले विमान वाहक पोत “विक्रांत” का जलावतरण एक तथा ऐतिहासिक घटनाक्रम होगा। ये पोत अपनी तीन समुद्री परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा भी कर चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि जी-जान से कोशिश करनी होगी ताकि इस पोत को हमारी आजादी के 75वें साल में नौसेना में शामिल किया जा सके। आजादी का अमृत महोत्सव में इसका अहम योगदान होगा।
रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने यह भी कहा 41 जहाजों तथा पनडुब्बियों के ऑर्डर दिए गए हैं। जिसमें से 39 भारतीयों गोदियों में भी बनाए जा रहे हैं। राजनाथ सिंह ने यह कहा है कि नौसेना स्वदेशी करण मैं अग्रणी रही है। वहीं पर हमें अब तक प्राप्त सफलताओं को थाम कर रखना होगा। हालांकि मेरा वरिष्ठ पदाधिकारियों से अनुरोध है कि अपना ध्यान भविष्य को लेकर क्षमता विकास पर रखें ताकि वह देश की समुद्री ताकत हमारे आर्थिक हितों के साथ ही तालमेल करते हुए आगे बढ़े। उन्होंने यह कहा है कि भारत की संप्रभुता तथा समृद्धि सशस्त्र बलों पर निर्भर है। सोमवार को चार दिवसीय नौसेना कमांडर सम्मेलन की शुरुआत हुई।
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Rajnath Singh ने कहा कि फ्रंटलाइन जहाजों तथा जहाज से उड़ने वाले विमानों में महिला अधिकारियों की नियुक्ति के लिए नौसेना की सराहना भी की। इसके अलावा भी नौसेना इस वर्ष जून से राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के माध्यम से महिला कैडेटों को भी शामिल करेगी।