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Praveen Kumar Sobti कहते हैं कि अच्छा जीवन चाहिए तो कुछ अधिक मेहनत अधिक काम करना होता है और जीवन में नाम कमाने के लिए वैसे काम करने पड़ते हैं लेकिन जब काम, मेहनत तो खूब किया लेकिन फिर भी गुमनामी की जिंदगी जीना पड़े तब किससे जाकर शिकायत करें। कल 7 फरवरी 2022 को महाभारत के भीम के किरदार में नजर आए प्रवीण कुमार सोबित का निधन हो गया। प्रवीण को देश के सभी लोग भीम की भूमिका से पहचानते हैं । लेकिन प्रवीण ने केवल महाभारत में ही काम नहीं किया है ।
उन्होंने अपने जीवन में देश सेवा ओलंपिक गेम और राजनीति में भी हाथ आजमाया है। लेकिन आज तक की रिपोर्ट के अनुसार प्रवीण को लंबे समय से आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा। बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत सारा करके अपने हाथों को खाली ही पाया है और गुमनामी की जिंदगी जी है, उनमें से एक प्रवीण कुमार सोबित भी हैं। बताया जा रहा है कि प्रवीण लंबे समय से सीने के इंफेक्शन से जूझ रहे थे और 8 फरवरी को कार्डियक अरेस्ट के कारण उनके सीने में दर्द हुआ और उनकी मौत हो गई।
Praveen Kumar Sobti का जन्म 6 दिसंबर 1947 को पंजाब सरहाली गांव में हुआ था। प्रवीण कुमार सुमित के पिता किसान थे। Praveen Kumar Sobti को बचपन से ही बॉडीबिल्डर का शौक था और प्रवीण की अच्छी पर्सनालिटी थी। वह BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) में भर्ती हुए। BSF मैं खेल फोन का बढ़िया माहौल था
फिर भी यहां गोला चक्का फेंक टीम का हिस्सा थे उनकी गेम को देखते हए उन्हें इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भेजा जाने लगा फिर भीड़ ने 1966 और 1970 एशियन गेम्स में हिस्सा लिया इन दोनों ही इवेंट्स में उन्होंने चक्का यानी डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल जीता 1974 एशियन गेम्स में सिल्वर मेडलिस्ट रहे 1966 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता।
1982 में जितेंद्र स्टारर फिल्म ‘रक्षा’ से प्रवीण में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी । प्रवीण ने शहंशाह फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ काम किया।’ संसार’ फिल्म की शूटिंग खत्म हुई । इसके बाद प्रवीण की मुलाकात मनोज दीपक नाम के एक फिल्ममेकर से हुए। मनोज ने उन्हें बताया कि बी. आर. चोपड़ा अपने सीरियल के लिए हष्ट पुष्ट शरीर वाला एक्टर ढूंढ रहे हैं और प्रवीण बी. आर. चोपड़ा के ऑफिस गए।
उन्हें भीम के किरदार के लिए चुन लिया गया और यही किरदार था, जिससे प्रवीण को सारे देश में पहचाना जाता है लेकिन इसी किरदार की वजह से प्रवीण को किसी भी फिल्म में खास किरदार नहीं मिला। डायरेक्टर उन्हें अपनी फिल्म में नहीं चाहते थे क्योंकि उनकी मायथोलॉजिकल कैरेक्टर वाली इमेज बन गई थी। प्रवीण कुमार सोबती ने खुदगर्ज, जबरदस्त, लोहा, हुकूमत और शहंशाह मूवी में काम किया है यह फिल्में बड़ी थी लेकिन इन फिल्मों में उन्हें कोई खास कैरेक्टर नहीं मिला ।
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प्रवीण ने बहुत सी फिल्मों में काम किया टीवी शोज में काम किया लेकिन उन्हें खुशी नहीं मिल रही थी । एक बार वह दिल्ली वाले घर पर बैठे हुए थे, जब 2013 के साल थी। आज तक रिपोर्ट के अनुसार अरविंद केजरीवाल उनके पास पहुंचे और उन्होंने पार्टी ज्वाइन करने को कहा लेकिन प्रवीण ने साफ मना कर दिया ।
अरविंद केजरीवाल ने प्रवीण को यह कहकर मना लिया कि जब तक राजनीति में अच्छे लोग नहीं आएंगे देश का भला कैसे होगा और इस बात को सुनकर प्रवीण ने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली। प्रवीण दिल्ली के वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े लेकिन हार गए। इसके बाद प्रवीण ने भाजपा पार्टी ज्वाइन कर ली और आजीवन उसी पार्टी में रहे।