PM Narendra Modi
PM Narendra Modi ने गुरुवार को यूक्रेन से लौटे छात्रों से वाराणसी में मुलाकात की। बहुत ही कठिन हालातों में रहने के बाद से सरकार की कोशिशों से वतन वापस लौटे छात्रों ने प्रधानमंत्री से अपने अनुभव साझा किए। इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह कहां की छात्रों के भविष्य का सरकार ख्याल रखेगी। फिलहाल अभी प्राथमिकता वहां से फंसे सभी छात्रों को निकालकर भारत लाना है। मोदी से मिलने वालों में बनारस के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के बीच छात्र थे।
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PM Narendra Modi ने गुरुवार को जौनपुर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इसी दौरान उनका प्लेन वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर ही उतरा। वहां से जौनपुर वो हेलीकॉप्टर से गए तथा वापसी में एयरपोर्ट पर ही छात्रों से मुलाकात की। छात्रों ने भी यूक्रेन के हालात तथा अपनी आपबती पीएम मोदी को सुनाई। कुछ बच्चों ने यह भी कहा कि हमारी 4 साल पूरे हो चुके हैं। सिर्फ अब केवल 1 साल की पढ़ाई बाकी है। ऐसे में हमारा वर्ष ऐसे ही बर्बाद नहीं होना चाहिए। हमारी डिग्री की व्यवस्था होनी चाहिए।
बता दें कि वाराणसी में 5 छात्र पीएम मोदी से मिलने के लिए पहुंचे थे। इसमें से पांडेयपुर से उन्नति पटेल, रोहनिया से तथा शहर के अन्य इलाकों से नेहा, अभिषेक और तौसीफा मौजूद थे। उन्नति ने यह कहा कि पीएम मोदी ने हर छात्र को समय दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमें बाहर आकर पढ़ाई करने वालों की चिंता है। हम उनके लिए कुछ बेहतर ही करना चाहते हैं।
PM Narendra Modi उन्नति ने यह भी बताया कि हमारी सरकार ने हमारी जान बचा ली। चूंकि यूक्रेन और रूस युद्ध में हमारा एक साल और कितनी छात्रों का तो पूरा का पूरा 5 से 6 साल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच चुका है। लेकिन अब हमारी पढ़ाई का कोई दूसरा जरिया ढूंढना होगा। छात्र नेहा ने यह बताया कि प्लेन में जनरल वीके सिंह ने यह बताया था कि पोलैंड सरकार यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों की स्टडी को जारी रखने के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता खोज रही है। लेकिन थोड़ी समय का इंतजार करना होगा शायद ही सब कुछ ठीक हो जाए।
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PM Narendra Modi ने यह कहा कि हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि बच्चों को बाहर न जाना पड़े। भारत में ही कम से कम पैसे में मेडिकल शिक्षा की व्यवस्था होगी। हालांकि छात्रों की दिक्कतों का सरकार ध्यान रखेगी। सबसे पहले वहां पर फंसे लोगों को निकालकर भारत लाना है और इसमें हमारी वॉइस सेना भी लगी हुई है। यूक्रेन एवं रूस के बीच युद्ध में वह मेडिकल की पढ़ाई कर रहे लगभग 20 हजार भारतीय छात्र फंस गए है।
PM Narendra Modi ने ऑपरेशन गंगा के अंतर्गत इन छात्रों को निकालने का अभियान भी शुरू किया है। सरकार की तरफ से यह कहा गया है कि भारत वहां पर से अपने छात्रों तथा नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसीलिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों से बातचीत कर सारे भारतीयों को सफल वापस लाने का काम और तेजी से हो रहा है।