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मोदी सरकार ने कहा है कि कोरोना में मौतें हुई हैं वह ( ऑक्सीजन की कमी ) के कारण नहीं हुई है । यह भारत देश के महान लोकतंत्र के सबसे सच्ची पार्टी बीजेपी का झूठ है । जिस सच्चाई को मोदी सरकार नकार रही है देश की जनता ने इस सच्चाई को जिया है । वैसे तो झूठ कई प्रकार के होते हैं लेकिन सभी झूठ मोदी सरकार के सामने नतमस्तक रहते हैं। राज्यसभा में सरकार ने कहा है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बारे में नहीं बताया है इसका मतलब ऑक्सीजन की कमी से मौते नहीं हुई है। ( ऑक्सीजन की कमी ) जिस किसी के भी घर के सदस्य कोविड-19 की दूसरी लहर में ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में तड़प तड़प कर मर गए वह लोग मोदी सरकार के इस झूठ को सुनकर अचानक खड़े हो जाएंगे फिर उनके हाथ पैर ढीले पड़ जाएंगे और धम्म से नीचे बैठ जाएंगे। उनके सीने में एक धक्का लगेगा और गले का थूंक सूख जाएगा और वह जब अपनी आंखें बंद करेंगे तो उन्हें उस कठिन समय की एक एक तस्वीर खटाखट सामने आने लगेगी।
देश की जनता ने कोरोना से पीड़ित मां को बेटी द्वारा मुंह से ऑक्सीजन देते तो देखा होगा और एक पत्नी को अपने कोरोनावायरस पीड़ित पति को मुंह से ऑक्सीजन देते तो देखा ही होगा ऐसा यह लोग शौक से नहीं कर रहे थे मजबूरी थी ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहे थे और लोग तड़प तड़प कर मर रहे थे। क्यों कंगना दीदी चिल्लाई थी कि पेड़ नहीं लगाने का फल है ऑक्सीजन की कमी । कंगना राणावत का लॉजिक सही नहीं था। लेकिन यह बात इस बात की ओर इशारा कर रही है कि ऑक्सीजन की कमी थी। ऑक्सीजन सिलेंडर की इतनी कमी हो गई थी कि ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग होने लगी थी। और ऑक्सीजन ब्लैक मार्केटिंग करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया था । ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण मालगाड़ी पर बोकारो से ऑक्सीजन के टैंकर मंगवाने पढ़े थे । और ऑक्सीजन टैंकर जब तक अधिक कोविड-19 प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे तब तक सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी थी।
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सुनते आए हैं कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है आपने भी सुना होगा। लेकिन कलयुग में मोदी सरकार के शासन में प्रत्यक्ष को भी प्रमाण की आवश्यकता है मोदी सरकार तो प्रमाण की सत्यता का भी प्रमाण मांगेगी । लोग अस्पताल के बाहर बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए तड़प तड़प कर मर गए। लेकिन इन सभी बातों को मोदी सरकार ने झुठला दिया है। देश के कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कठिन समय में जो लोग घर पर भी न्यूज़ सुन रहे थे उनकी आंखों में भी देश की स्थिति देखकर आंसू आ जाते थे लेकिन ए नेता किस मिट्टी के बने हैं इनका कलेजा किस चीज का बना है जो इतनी दयनीय स्थिति को देखकर सुनकर भी सच्चा नहीं कह रहे हैं। देश की जनता ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण 30 – 30 हजार के ऑक्सीजन सिलेंडर लिए हैं। मोदी सरकार उस छोटे से बच्चे की तरह झूठ बोल रही है जिसके हाथ में चॉकलेट भी है और उसके होठों पर भी चॉकलेट लगी है और उसके मुंह में गले तक चॉकलेट दिखाई दे रही है और फिर भी वह बच्चा बोल रहा है कि उसने चॉकलेट नहीं खाई है।